पटना की डिप्टी मेयर सहित राजद और जदयू के कई नेता आज भाजपा में हाेंगे शामिल
यादव वोट बैंक पर भाजपा का निशाना बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी की मौजूदगी में पूर्व मंत्री और राजद के दिग्गज नेता सीताराम यादव आज थामेंगे भाजपा का दामन
बिहार में भाजपा (Bihar BJP) के लिए सबसे बड़ी चुनौती राजद (RJD) के सबसे मजबूत वोट बैंक यानी यादव वोटों को अपने खेमे में करना रहा है। पिछले कुछ सालों में बीजेपी (Bhartiya Janata Party) इस चुनौती को पार करते हुए भी दिखी है। बीजेपी ने हालिया वर्षों में कई मजबूत यादव नेताओं को अपने खेमे में किया है। आज राजद के बड़े नेता रहे सीताराम यादव (Seetaram Yadav) को अपने खेमे में करने के साथ बीजेपी बड़ा दांव चलने जा रही है। राजद और जदयू के कई नेता बुधवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में भाजपा का दामन थामेंगे।
पटना की डिप्टी मेयर मीरा कुमारी भी कमल के साथ
आज भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वाले में सीतामढ़ी के पूर्व सांसद और राजद सरकार में पूर्व मंत्री रहे सीताराम यादव का नाम है। इसी तरह बथनाहा की पूर्व विधायक नगीना देवी, पटना सिटी से चुनाव लड़ चुके संतोष मेहता, पटना नगर निगम की डिप्टी मेयर मीरा कुमारी का नाम भी प्रमुख रूप से शामिल हैं। इसके अलावा और कई कमल के सिपाही बनेंगे।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री भी रहेंगे मौजूद
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी की मौजूदगी में राजद और जदयू के कई नेता भाजपा में शामिल होंगे।
विधानसभा चुनाव के दौरान सीताराम हुए थे राजद से बाहर
बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान राजद ने सीताराम यादव समेत अन्य कई नेताओं को पार्टी से निकाल दिया था। सीताराम पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ भीतरघात करने का आरोप लगा था।
नंद किशोर के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले संतोष भी आ रहे
उधर, पटना सिटी से भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले संतोष मेहता भाजपा में शामिल होंगे। भाजपा सीधे-सीधे राजद के वोट बैंक में सेंध लगाने में जुटी हुई है। नित्यानंद राय और भूपेंद्र यादव लगातार भाजपा के को मजबूत करने के लिए तेजस्वी यादव के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा को इस पहल के बाद काफी हद तक सफलता भी मिली है।