पटना के दो निजी बैंक से करोड़ों रुपये की अवैध निकासी का खुलासा, आरटीजीएस से उड़ा लिए सरकारी रुपये
एनएचएआइ के अकाउंट से जिला भूअर्जन अधिकारी के सिग्नेचर से रुपये निकाले जा सकते हैं। फिलहाल फर्जी दस्तावेज के आधार पर 28 करोड़ से अधिक रुपये का ट्रांजेक्शन की सूचना सामने आ रही है । पुलिस कोटक बैंक के अधिकारी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
पटना के गांधी मैदान स्थित भूअर्जन विभाग के खाते से करोड़ों रुपये के अवैध निकासी का खुलासा हुआ है। आज पुलिस एक्जीविशन रोड स्थित कोटक बैंक के मैनेजर और कर्मियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पूछताछ के दौरान मैनेजर की तबीयत खराब हो जाने से फिलहाल उनका उपचार कराया जा रहा है। इसमें तीन बैंक के कर्मी और भूअर्जन विभाग के कुछ कर्मियों की मिली भगत सामने आ रही है।
आरटीजीएस कराने आया व्यक्ति फरार
दरअसल, दिसंबर में एक व्यक्ति भूअर्जन विभाग के फर्जी दस्तावेज के आधार पर एनएचएआइ ( National Highways Authority of India) के खाते से 11 करोड़ रुपये का आरटीजीएस कराने आया था। एनएचएआइ के खाते से जिला भूअर्जन अधिकारी के हस्ताक्षर से ही रुपये की निकासी की जा सकती है। दस्तावेज के अवैध होने के शक में जब बैंक अधिकारी ने उक्त व्यक्ति से पूछताछ की तो वह फरार हो गया। इसके बाद बैंक ने अपनी जांच की। जिसमें पूर्व में भी इसी खाते से 28 करोड़ रुपये से अधिक का ट्रांजेक्शन एक कंपनी के खाते में होने का खुलासा हुआ। हालांकि बैंक अधिकारी दावा कर रहे हैंं कि रुपये वापस कर लिए जाएंगे।