लोकसभा में पार्टी का नेता बदलेगी कांग्रेस? सोनिया गांधी ने बुलाई वरिष्ठ नेताओं की बैठक; इन नामों पर चर्चा
संसदीय रणनीतिक समूह की बैठक में लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को हटाकर उनकी जगह किसी दूसरे नेता की नियुक्ति किए जाने की संभावना है। इस पद के लिए मनीष तिवारी और शशि थरूर के नामों की चर्चा है।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी की संसदीय रणनीतिक समूह की आज बैठक बुलाई है। इस बैठक में लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को हटाकर उनकी जगह किसी दूसरे नेता की नियुक्ति किए जाने की संभावना है। इस पद के लिए मनीष तिवारी और शशि थरूर के नामों की चर्चा है। शशि थरूर एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता और एक पूर्व अंतरराष्ट्रीय राजनयिक हैं। मनमोहन सिंह की यूपीए सरकार में के मंत्रिमंडल में भी शामिल किया गया था। वहीं, मनीष तिवारी पेशे से वकील हैं। मनमोहन सिंह की सरकार में उन्होंने 2009-2014 तक केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में काम किया।
इस बैठक में 19 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र के दौरान पार्टी द्वारा उठाए जाने वाले विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा होगी। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने एएनआई को बताया कि अभी टीम में कोई बदलाव नहीं हुआ है। लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी सहित रणनीति समूह के सभी सदस्यों को बैठक के लिए बुलाया गया है। इस बैठक के बाद ही फैसला होने की उम्मीद है। जो कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा ही लिया जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि पार्टी 'वन पर्सन वन पोस्ट' फॉर्मूले का विकल्प चुन सकती है और इसके लिए अधीर रंजन चौधरी का विकल्प तलाशा जा रहा है। पश्चिम बंगाल के बहरामपुर सीट से सांसद अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस नेता हैं। इसके् अलावा जो पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के प्रमुख भी हैं। इस फॉर्मूले के तहत पार्टी में जिस भी नेता के पास एक से ज्यादा पद हो तो उनसे अतिरिक्त पद लेकर अन्य नेता को दे दिया जाता है।
Congress Parliament strategy group meet to be held on July 14. Sonia Gandhi to chair the meet that'll be held virtually. Final call about the change of leadership in Lok Sabha likely to be taken after it, other changes in LS team also possible, considering 'One Man One Post' formula.
माना जा रहा है कि पार्टी पश्चिम बंगाल में अधीर रंजन चौधरी की भूमिका से नाराज है। विधानसभा चुनावों के दौरान ममता के प्रति कांग्रेस की सहानुभूति के बाद भी अधीर रंजन लगातार उनके खिलाफ आक्रमक तेवर अपनाए हुए थे। पश्चिम बंगाल चुनाव के नतीजों के आने के बाद से ही अधीर रंजन चौधरी को इस पद से हटाए जाने की अटकलें लग रही थी।