UP में चुनावी तैयारी के लिए BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिया माइक्रो मैनेजमेंट का मंत्र, बोले- पार्टी हित सर्वोपरि
लखनऊ के दो दिवसीय दौरे पर आए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को एक के बाद एक आधा दर्जन से अधिक बैठकें की। बूथ मंडल क्षेत्र व प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों की अलग-अलग बैठकें करने के साथ जनप्रतिनिधियों से भी संवाद किया।
उत्तर प्रदेश में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनावों में जीत को सुनिश्चित करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (जेपी नड्डा) ने सक्षम बूथ कमेटियों के साथ पन्ना समितियों को मजबूती देने का फार्मूला समझाया। संगठन के नए माइक्रो मैनेजमेंट में बूथ अध्यक्षों के साथ पन्ना प्रमुखों की भूमिका महत्वपूर्ण होने की बात कही। साथ ही जन प्रतिनिधियों को व्यक्तिगत छवि बनाने पर ध्यान देने के बजाए पार्टी हित को सर्वोपरि मानने की सलाह दी। कार्यकर्ताओं से अपनत्व भाव अपनाने पर जोर देते हुए सरकार की उपलब्धियां जन-जन तक पहुंचाने की बात भी कही।
लखनऊ के दो दिवसीय दौरे पर आए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को एक के बाद एक आधा दर्जन से अधिक बैठकें की। बूथ, मंडल, क्षेत्र व प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों की अलग-अलग बैठकें करने के साथ जनप्रतिनिधियों से भी संवाद किया। उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रवादी डेमोक्रेटिक पार्टी है। भाजपा में चाहे बाय चांस आये, स्वेच्छा या एक्सीडेंटली या किसी भी माध्यम से आए हों, आप सही जगह आए हैं।
अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को ध्यान में रखना : भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हम सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के साथ आगे बढ़े हैं। वामपंथी कहते हैं कि पेट की भूख सबसे बड़ी चीज है लेकिन दीनदयाल उपाध्याय कहते थे कि अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को ध्यान में रखना है। उसका परिणाम है सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास।
अपने घरों से भोजन लाकर करें सामूहिक भोज : जेपी नड्डा ने कहा कि राजनीतिक कार्यकताओं को हवा में नहीं बल्कि तथ्यों के साथ बातें करनी चाहिए। हर मंडल पदाधिकारी को कोई न कोई बूथ दिया जाए। बूथ समिति में सभी वर्ग के लोगों को जोड़कर सक्षम बनाएं। प्रत्येक माह अंतिम रविवार को प्रधानमंत्री के मन की बात सुनें। मंडल पदाधिकारी बूथ पर सामूहिक भोज करें। अपने घर से भोजन लेकर आएं और एक दूसरे का भोजन करें। हर बूथ में पन्ना प्रमुख के साथ समितियां बनाएं। बूथ औऱ पन्ना समितियों के सदस्य नियमित संवाद करें और एक दूजे के सुख दुख में काम आए।
रिश्तेदारों को बढ़ावा न दें, कार्यकर्ता को दें तरजीह : सामान्य कार्यकर्ताओं में असंतोष न पनपे इसके लिए जेपी नड्डा ने सांसद और विधायकों को हिदायत दी कि अपने परिजन या रिश्तेदार को अपना प्रतिनिधि नियुक्त न करें बल्कि किसी कार्यकर्ता को मौका दें। शादी जैसे कार्यक्रमों में भी अपने कार्यकर्ताओं को ही प्राथमिकता दें। अपनी व्यक्तिगत छवि बनाने की कोशिशों से बचते हुए पार्टी हित को सर्वोपरि मानें। बेवजह बयानबाजी से बचें, सरकारी योजनाओं का लाभ अधिकतम लोगों तक पहुंचाने में जुटें।
प्रत्याशी चयन में दखल न करें जनप्रतिनिधि : भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सांसदों व विधायकों को निर्देश दिया कि पंचायत चुनाव की तैयारियों में मजबूती से जुटे परंतु उम्मीदवारों के चयन में दखल न करें। उन्होंने यह भी हिदायत दी कि अपने परिजनों और रिश्तेदारों को चुनाव लड़ाने के लिए दबाव न बनाएं। संगठन द्वारा जो प्रत्याशी घोषित किए जाएं उनको ही विजयी बनाने के लिए कार्य करें। उन्होंने पंचायत चुनाव में एकजुटता से लगने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे आगामी विधानसभा चुनाव की राह आसान होगी।