उत्तराखंड आपदा में श्रावस्ती के पांच श्रमिक लापता, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

उत्तराखंड के चमोली जिले के तपोवन में अचानक आई बाढ़ से हुई तबाही में जिले के तीन श्रमिक लापता। परिवारवालों में मचा कोहराम। गंगा हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट निर्माण में कर रहे थे मजदूरी साथ मौजूद गांव के तीन श्रमिकों ने दी सूचना।

उत्तराखंड आपदा में श्रावस्ती के पांच श्रमिक लापता, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

उत्तराखंड के चमोली जिले के तपोवन में अचानक आई बाढ़ से हुई तबाही में श्रावस्ती के पांच श्रमिक भी लापता हैं। सभी यहां ऋषि गंगा हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट निर्माण में मजदूरी कर रहे थे। साथ काम कर रहे तीन लोग सुरक्षित हैं। सुरक्षित बचे लोगों ने सूचना गांव में दी तो मातम पसर गया। श्रम‍िकों के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। निर्माणाधीन ऋषि गंगा हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट में करने गए थे काम... 

दरअसल, सिरसिया थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत मोतीपुरकला के रनियापुर निवासी हीरालाल, राजेश, राजू, वेद प्रकाश, प्रभुनाथ, छोटू, हरीलाल व अजय गांव के अन्य युवाओं के साथ आठ नवंबर को मजदूरी के लिए उत्तराखंड गए थे। यहां चमोली जिले के तपोवन में निर्माणाधीन ऋषि गंगा हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट में सभी लोग काम कर रहे थे। लगभग एक माह पूर्व आठ लोगों को छोड़कर गांव के अन्य युवा घर लौट आए थे।

रविवार को कार्य स्थल पर ही अचानक पानी का तेज बहाव आने से निर्माणाधीन हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट का बांध ढह गया। इसमें पानी के तेज बहाव के साथ अजय, प्रभुनाथ, छोटू, हरीलाल व वेद प्रकाश भी लापता हो गए। सुरक्षित बचे हीरालाल, राजेश व राजू ने सुबह करीब साढ़े 11 बजे फोन कर गांव में इसकी सूचना दी। इसके बाद पूरे गांव में मातम पसर गया। 

परिवारवालों का रो-रोकर बुरा हाल: हर किसी का रो-रोकर बुरा हाल था। बाढ़ में लापता बेटों का क्या हाल होगा, इसको लेकर हर कोई फिक्रमंद था। अजय की पत्नी रेखा, वेद प्रकाश की पत्नी सुशीला, हीरालाल की पत्नी मीना, छोटे लाल की पत्नी शिवकुमारी व प्रभु नाथ की पत्नी श्यामकली रह-रहकर बेहोश हो रही थी। बाढ़ में लापता जिले के पांच श्रमिकों के बारे में प्रशासनिक पुष्टि नहीं हो पाई है। अपर जिलाधिकारी योगानंद पांडेय ने बताया कि इस संबंध में शासन की ओर से कोई सूचना अभी नहीं दी गई है।