कुदरत का कहर: पांडु नदी की बाढ़ से बस्तियां जलमग्न, कई परिवारों ने घर छोड़ा

अवैध कब्जे हट जाएं तो नदी का पानी बस्तियों में नहीं घुसेगा। वहीं, नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन ने मंगलवार सुबह प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। बनपुरवा के नाले की सफाई कराई।

कुदरत का कहर: पांडु नदी की बाढ़ से बस्तियां जलमग्न, कई परिवारों ने घर छोड़ा

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कानपुर में पांडु नदी में आई बाढ़ की वजह से बर्रा आठ ई ब्लॉक, वरुण विहार के कई परिवार घर खाली कर चले गए हैं। कच्चे मकान गिरने लगे हैं। हालांकि बाढ़ का असर गुजैनी, मेहरबान सिंह का पुरवा, मर्दनपुर गांव, बनपुरवा, कंचनपुरवा, तात्याटोपे नगर, रायपुरवा, ग्राम बिहारी पुरवा समेत कई इलाकों में है।


यहां के भी लोगों ने डर की वजह से सामान पैक करना शुरू कर दिया है। वार्ड-9 रविदासपुरम के पार्षद पति विजय गौतम का कहना है कि बर्रा आठ कच्ची बस्ती व वरुण विहार में नदी किनारे कुछ लोग अवैध रूप से मकान बनाकर रह रहे हैं।


इस वजह से बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है। 2018 में ऐसे ही हालात बने थे। अवैध कब्जे हट जाएं तो नदी का पानी बस्तियों में नहीं घुसेगा। वहीं, नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन ने मंगलवार सुबह प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। बनपुरवा के नाले की सफाई कराई।

साथ ही अस्थायी शेल्टर होम बनाकर बाढ़ प्रभावित लोगों को ठहराने के इंतजाम कराने के निर्देश दिए। इस दौरान नगर स्वास्थ्य अधिकारी अजय संखवार, जोनल अधिकारी स्वर्ण सिंह, अधिशासी अभियंता आरके सिंह, जेडएसओ अरविंद यादव, पार्षद पति विजय गौतम भी मौजूद रहे। 
पार्षद पति ने वार्ड की समस्याएं दिखाईं
पार्षद पति विजय गौतम ने नगर आयुक्त को तात्याटोपे नगर व अंबेडकर नगर की खराब पड़ी मुख्य सड़कों के बारे में बताया। तात्याटोपे नगर के रास्ते में कूड़ा डंप देखकर नगर स्वास्थ्य अधिकारी एवं जेडएसओ को फटकार लगाई।

पांडु नदी का लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों को रहने के लिए परेशानी होगी। ऐसे में उनके लिए स्कूल खोल दिए गए हैं। जो भी मदद होगी की जाएगी। ऐसे ही पानी बढ़ता रहा तो 2018 की हालत हो जाएगी। - मोहित यादव, सांसद पुत्र, मेहरबान सिंह का पुरवा

जल स्तर बढ़ता देख लोगों के जेहन में फिर से डर बस गया है। यह चिंता का विषय है। जिस प्रकार से मदद होगी मिलकर की जाएगी। - जयराम सिंह यादव, मेहरबान सिंह का पुरवा

2018 की बाढ़ में घर में रखी गृहस्थी खराब हो गई थी। लगातार पानी बढ़ रहा है। इसलिए पहले से ही सामान की पैकिंग शुरू कर दी है। हालात खराब होते देख घर खाली करने को मजबूर होगे। - शिव प्रकाश साहू, मर्दनपुर गांव

बर्रा आठ कच्ची बस्ती वरुण बिहार के घरों में पानी भर जाने से लोग घर खाली कर चले गए। कच्चे घर गिरने लगे। पानी बढ़ता देखकर हम सभी को भी डर लगने लगा है। - दीपू गुप्ता, वरुण विहार