केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाईक को वेंटिलेटर से हटाने की एम्स पैनल ने दी सलाह, गोवा में हो रहा इलाज
गोवा के रक्षा मंत्री श्रीपद नाइक सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गए और उनका इलाज गोवा मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है। उनके इलाज की समीक्षा कर रही एम्स की टीम ने अब उन्हें वेंटिलेटर से हटाने की सलाह दी है।
गोवा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (GMCH) में इलाज करा रहे केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाईक (Shripad Naik) के हालात का जायजा लेने पहुंची एम्स की एक टीम (All India Institute of Medical Sciences, AIIMS team) ने बुधवार को उन्हें वेंटिलेटर (ventilator) से हटाने की सलाह दी। मंगलवार देर रात अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय मंत्री के ब्लड प्रेशर, सांस व अन्य स्वास्थ्य संबंधित हालात ठीक हैं। एम्स की टीम मंगलवार शाम को गोवा पहुंची और पोरवोरिम (Porvorim) स्थित GMCH में भर्ती केंद्रीय मंत्री के इलाज का मुआयना किया। इसके बाद उन्होंने 68 वर्षीय श्रीपद नाईक के इलाज कर रहे डॉक्टरों से विचार विमर्श किया।
GMCH के डीन (Dean) डॉक्टर शिवानंद बांडेकर (Shivanand Bandekar) ने मंगलवार को बताया कि जब नाईक को अस्पताल लाया गया था तब उनकी हालत गंभीर थी लेकिन इलाज के बाद उनमें सुधार हुआ। उन्होंने आगे बताया कि श्रीपद नाईक की चार सर्जरी की गई। उनके अनुसार अभी 10-15 दिन और नाईक को अस्पताल में ही रहना होगा उसके बाद उन्हें पूरी तरह से स्वस्थ होने में 3-4 माह का समय लगेगा।
राज्य मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (State Chief Minister Pramod Sawant) भी GMCH में पहुंची एम्स की टीम के साथ मौजूद थे। मंगलवार देर रात रिपोर्टरों से बातचीत के दौरान एम्स टीम के सदस्य ने कहा, 'हमने उन्हें देखा और बुधवार को वेंटिलेटर हटाने की सलाह दी।' रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) मंगलवार को गोवा गए और श्रीपद नाईक का हालचाल लिया। उन्होंने बताया कि अब नाईक खतरे से बाहर हैं। सोमवार को कर्नाटक में अंकोला (Ankola) के करीब उत्तर कन्नड़ जिले (Uttar Kannada district) में केंद्रीय मंत्री की कार सड़क दुर्घटना का शिकार हो गई जिसमें उनकी पत्नी व करीबी सहयोगी की मौत हो गई और वे स्वयं गंभीर रूप से घायल हो गए। वे कर्नाटक से अपने घर गोवा वापस लौट रहे थे। सोमवार देर रात गंभीर रूप से जख्मी श्रीपद नाईक को अस्पताल में भर्ती किया गया।