किसान आंदोलन के समर्थन में आज बिहार में महागठबंधन की मानव शृंखला
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया कि पंजाब-हरियाणा की तरह बिहार में किसान आंदोलन होगा । बिहार में बाजार समिति एवं मंडी व्यवस्था फिर से लागू करने की मांग की। उधर जाप अध्यक्ष पप्पू यादव और रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी आंदोलन का एलान किया है।
किसान आंदोलन के समर्थन में राजद (RJD) के प्रस्ताव पर महागठबंधन (Grand Alliance) की मानव शृंखला (human chain) शनिवार (30 जनवरी) को प्रस्तावित है। किसान आंदोलन (Farmer's agitation) के समर्थन एवं केंद्र सरकार के कृषि कानून (Agricultural Act) के विरोध में बिहार में संयुक्त विपक्ष की ओर से आज दोपहर 12.30 बजे से मानव शृंखला का आयोजन किया जाना है। आधा घंटा तक चलने वाले इस कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of opposition Tejashwi Yadav) भी शिरकत करेंगे। महागठबंधन की ओर से दावा किया गया है कि कोरोना गाइडलाइन का पालन (Covid-19 guidelines) करते हुए पूरे प्रदेश में करोड़ों लोग मानव कतार बनाएंगे। सड़क के किनारे खड़े होने से जाम एवं आम लोगों की दिक्कतों की आशंका को खारिज किया है।
हालांकि बड़ी सूचना यह है कि महागठबंधन की ओर से मानव शृंखला कार्यक्रम के लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई है।
बिहार में मंडी व्यवस्था फिर से लागू करने की मांग
बीमार पिता लालू यादव को दिल्ली, एम्स में भर्ती कराकर पटना लौटै नेता प्रतिपक्ष ने शुक्रवार को महागठबंधन के घटक दलों के साथ बैठक कर मानव शृंखला की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने दावा किया है कि पंजाब-हरियाणा की तरह बिहार में भी बड़ा किसान आंदोलन होगा। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि किसानों के साथ हम अंतिम दम तक खड़े रहेंगे। मानव शृंखला की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने बिहार में बाजार समिति और मंडी व्यवस्था फिर से लागू करने की मांग की। कहा कि बिहार में 2006 में ही मंडी व्यवस्था खत्म कर दिया गया था, जिससे किसानों को उनकी उपज का सही दाम नहीं मिल पा रहा है। सीएम नीतीश कुमार किसानों को भिखारी बनाने पर तुले हुए हैं। उन्होंने कहा कि मानव शृंखला ही हमारे आंदोलन का अंत नहीं है। उसके बाद भी कार्यक्रम चलते रहेंगे।
किसानों के समर्थन में उपवास पर बैठे पप्पू : इस बीच जन अधिकार पार्टी (जाप) के अध्यक्ष व पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव शुक्रवार को पटना में एक दिन के उपवास पर बैठे। सुबह छह बजे से शुरू हुए धरना में पार्टी के कुछ नेता भी उनके समर्थन में उपवास पर रहे। पप्पू ने कहा कि जरूरत पड़ी तो वे दिल्ली भी कूच करेंगे। काले कानून (नए कृषि कानून) की वापसी तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
किसान चौपाल से 25 लाख किसानों को जोड़ेंगे कुशवाहा : राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ राज्य के 10 हजार गांवों में किसान चौपाल लगाने की घोषणा की है। उनका कहना है कि आजादी के बाद केंद्र में यह पहली सरकार है, जो किसानों की बजाय पूंजीपतियों के पक्ष में मजबूती से खड़ी है। केंद्र की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ दो से 28 फरवरी तक आयोजित होने वाले किसान चौपाल से 25 लाख किसानों को जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार लाल किला पर तिरंगा का अपमान हुआ। इसके लिए क्या केंद्र सरकार जिम्मेदार नहीं है? लाल किला की घटना से पूरा देश शर्मसार हुआ है। इस घटना के जिम्मेदार अफसरों पर भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार केवल सत्ता की खातिर पूंजीपतियों के बूते देश के किसानों को तबाह करने पर तुली है।मानव शृंखला को सफल बनाने में जुटे राजद के नेता
राजद के प्रदेश महासचिव निराला यादव ने बताया कि महात्मा गांधी की शहादत दिवस पर आयोजित मानव शृंखला दिन के 12.30 बजे से 1.00 बजे तक रहेगी। राजद महानगर अध्यक्ष महताब आलम ने बताया कि किसान व देश विरोधी तीनों कृषि कानून को वापस लेने की मुख्य मांग है। फसलों की सरकारी खरीद की गारंटी करने की मांगों पर महागठबंधन के सभी घटक दल आंदोलन के समर्थन में राज्यव्यापी मानव श्रृंखला को सफल बनाने जा रहे हैं। इसमें तेजस्वी यादव के साथ तेज प्रताप यादव, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, कांग्रेस नेता, भाकपा माले के नेता के साथ-साथ माले के के अन्य संगठन के नेता भाग लेने जा रहे हैं।