जूता फैक्टरी जलकर खाक: बिना फायर एनओसी चल रहा था गोदाम, चार मजदूर लापता

एनडीआरएफ दस्ते के साथ दमकल की 35 गाड़ियों ने करीब दस घंटे बाद शाम 7 बजे आग पर काबू पा लिया गया। हालांकि गोदाम के कुछ हिस्सों में कूलिंग का काम चल रहा था। मंगलवार सुबह लापता मजदूरों की तलाशी अभियान चलाया जाएगा। 

जूता फैक्टरी जलकर खाक: बिना फायर एनओसी चल रहा था गोदाम, चार मजदूर लापता

विस्तार
उद्योग नगर औद्योगिक क्षेत्र स्थित जूतों के दो मंजिला गोदाम में सोमवार सुबह करीब 8.40  बजे अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। कुछ मजदूर समय रहते बाहर निकल गए और पुलिस व दमकल विभाग को सूचना दी, जबकि कइयों ने ऊपर की मंजिल से छलांग लगाकर जान बचाईं। चार मजदूरों का शाम तक पता नहीं चला। 


एनडीआरएफ दस्ते के साथ दमकल की 35 गाड़ियों ने करीब दस घंटे बाद शाम 7 बजे आग पर काबू पा लिया गया। हालांकि गोदाम के कुछ हिस्सों में कूलिंग का काम चल रहा था। मंगलवार सुबह लापता मजदूरों की तलाशी अभियान चलाया जाएगा। 


पुलिस ने गोदाम मालिक पंकज गर्ग के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। शुरुआती जांच में शार्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आई है। उधर, अग्निशमन विभाग की जांच में पता चला है कि गोदाम बिना फायर एनओसी के चल रहा था।

पुलिस के मुताबिक उद्योग नगर के जे ब्लॉक स्थित जूतों के गोदाम में सुबह 8.53 बजे आग लगने की सूचना मिली। गोदाम मालिक का नाम पंकज गर्ग है और ऑनलाइन शॉपिंग साइट के लिए जूते व चप्पल की पैकिंग की जाती हैं। यहां करीब दो सौ मजदूर काम करते हैं। जिस समय आग लगी करीब दर्जन भर मजदूर गोदाम में थे। आग लगते ही दो लोग दौड़कर नीचे पहुंचे और बिजली के मीटर का कनेक्शन काट दिया और घटना की जानकारी दमकल विभाग को दी। कुछ ही देर में दमकल की 15 गाड़ियां पहुंच गईं, लेकिन आग की भयावहता देखते हुए 20 और गाड़ियां बुला ली गईं। 

बचाव कार्य के दौरान दमकल कर्मियों को पता चला कि गोदाम में दस लोग फंसे हैं। कुछ ही देर में चार लोगों को बचा लिया और बाद में दो लोगों ने पहली मंजिल से छलांग लगाकर जान बचाई। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि भीम नगर निवासी श्मशाद, निहाल विहार निवासी अभिषेक, किराड़ी निवासी नीरज, अजय, सोनू और विक्रम गोदाम में फंसे हैं। इनमें से दो मजदूर सुरक्षित बाहर निकाल आए, जबकि सोनू और विक्रम समेत चार लापता हैं। दमकलकर्मियों ने इमारत के कुछ हिस्सों में आग बुझाकर तलाशी अभियान चलाया, लेकिन उन्हें कोई नहीं मिला है।
बिना फायर एनओसी चल रहा था गोदाम
उद्योग नगर स्थित औद्योगिक क्षेत्र के जिस गोदाम में आग लगी थी, वो बिना फायर एनओसी चल रहा था। गोदाम में कोई सुरक्षा उपकरण भी नहीं थे। जांच में पता चला है कि गोदाम में रबर, प्लास्टिक और पैकिंग का सामान होने की वजह से आग तेजी से फैली।  दोपहर करीब दो बजे दमकल कर्मियों ने आग पर कुछ हद तक काबू पा लिया। इसके बाद कूलिंग और इमारत के भीतर फंसे लोगों की तलाशने का काम शुरू किया गया। भूतल व पहली मंजिल पर तलाशी के दौरान कोई नहीं मिला। ऐसे में आशंका है कि दूसरी मंजिल पर लोग फंसे हो सकते है।

गोदाम में आग लगने की जानकारी मिलते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। कई लोग मौके पर पहुंचकर अपने परिजनों के गोदाम के अंदर फंसे होने का दावा करने लगे।  महिलाएं रो-रो कर पुलिस व दमकल कर्मियों से अपनों को बचानेे की गुहार लगा रही थी।

देर से गोदाम पहुंचने पर बची जान
मूलत: आजमगढ यूपी के रहने वाले तीन सगे भाई सोनू, विक्रम और अनिल गोदाम में काम करते हैं। अनिल ने बताया कि सोमवार को देर से गोदाम पहुंचने की वजह से उसकी जान बच गई। उसने बताया कि उसके दो भाई सोनू और विक्रम अभी गायब है।

गोदाम में चार लोगों के फंसे होने की आशंका है, जिन्हें निकालने का काम किया जा रहा है। हालांकि अभी तक जिन जगहों पर आग बुझाई है वहां कोई नहीं मिला।
- परविंदर सिंह, बाहरी दिल्ली पुलिस उपायुक्त

इमारत खतरनाक घोषित, सर्च आपरेशन रोका गया
जांच में पता चला है कि गोदाम बिना फायर एनओसी के चल रहा था। आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है और कूलिंग का काम चल रहा है। एमसीडी ने इमारत को खतरनाक घोषित कर दिया है, जिसकी वजह से रात में सिर्फ कुलिंग का काम किया जा रहा है। सर्च ऑपरेशन को फिलहाल रोक दिया गया है। मंगलवार सुबह मेें सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा। उसके बाद ही लापता लोगों की स्थिति स्पष्ट होगी। -अतुल गर्ग, निदेशक दिल्ली अग्निशमन विभाग

आग लगने पर सुरक्षा के तरीके
. तुरंत 101 नंबर पर कॉल करके सूचना दें।
. सबसे पहले इमारत की अग्नि चेतावनी घंटी फायर अलार्म को सक्रिय करें। फिर चिल्लाकर लोगों को सचेत करें।
. आग लगने पर लिफ्ट का उपयोग न करें। केवल सीढ़ियों का ही प्रयोग करें।
. धुएं से घिरने पर नाक और मुंह को गीले कपड़े से ढक लें।
. धुएं से भरे कमरे में फंस जाएं और बाहर निकालने का रास्ता न हो तो दरवाजे को बंद कर लें। साथ ही सभी दरारों और सुराखों को गीले तौलिये या चादरों से सील कर दें।
. अपने कार्यालय या गोदाम में स्मोक डिटेक्टर अवश्य लगाएं।
. निश्चित अंतराल पर इमारत में लगे फायर अलार्म, स्मोक डिटेक्टर, सार्वजनिक उदघोषणा प्रणाली और अग्निशमन उपकरणों की जांच करवाते रहें।
. फैक्टरी और गोदाम में लगे अग्निशामक .यंत्र की एक्सपायरी तिथि  जांच लें। समय समय पर इनकी सर्विसिंग करवाते रहें।
. अग्निशामक यंत्र का इस्तेमाल कब और कैसे करना है इसके बारे में जाने और लोगों को भी इसकी जानकारी दें।
. आग लगने पर घटनास्थल के पास भीड़ न लगने दें। इससे आपातकाल में बचाव कार्य मेें बाधा आती है।
. कपड़े में आग लगने पर भागे नहीं, बल्कि जमीन पर लेट जाएं और उलट-पलट करे, या फिर खुद को कंबल से ढक लें।