लोकल ट्रेन का इस्तेमाल करने वाले लाखों यात्रियों के लिए खुशखबरी, जल्द कर पाएंगे सफर

कुछ माह पहले लंबी दूरी की ट्रेनें चलाई गई अब इससे आगे बढ़ते हुए रेलवे लोकल ट्रेनों को भी चलाने की तैयारी कर रहा है। इसी कड़ी में उत्तर रेलवे ने 35 लोकल ट्रेनें चलाने की अनुमति दे दी है।

लोकल ट्रेन का इस्तेमाल करने वाले लाखों यात्रियों के लिए खुशखबरी, जल्द कर पाएंगे सफर

कोरोना काल के दौरान बंद लोकल ट्रेनें फिर से पटरी पर दौड़ती नजर आएंगीं। उत्तर रेलवे ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। उत्तर रेलवे द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक, फिलहाल उसने 35 लोकल ट्रेनों के संचालन की अनुमति दे दी है। रेलवे की ओर से जल्द इन्हें चलाने की तिथि भी घोषित की जाएगी। इसके बाद दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई स्थानों पर लोकल ट्रेनें चलनी शुरू हो जाएंगीं। बताया जा रहा है कि कुछ माह पहले लंबी दूरी की ट्रेनें चलाई गईं और अब इससे आगे बढ़ते हुए रेलवे लोकल ट्रेनों को भी चलाने की तैयारी कर रहा है।

लोकल ट्रेनें न चलने की वजह से अभी भी ट्रेन में सफर करने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली एनसीआर के लाखों पैसेंजरों को भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। राजधानी दिल्ली में हापुड़, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद, गुड़गांव जैसी तमाम जगहों से लाखों यात्री रोजाना ही इन ट्रेनों का इस्तेमाल करके दिल्ली तक आते जाते थे मगर कोरोना के बाद से अब उनको अपने निजी साधन से ही यहां तक आना पड़ रहा है। 

(नोट- इन ट्रेनों को चलाने के लिए अनुमति दी गई है। जल्द इनके चलाने का समय भी घोषित होगा।) 

चूंकि दिल्ली में तमाम तरह के थोक कारोबार के बाजार है इस वजह से एक बड़ा तबका इन लोकल ट्रेनों का इस्तेमाल करके इन बाजारों तक भी पहुंचता था मगर कोरोना काल के दौरान ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया जिससे उनको समस्या होने लगी। अब इन ट्रेनों के फिर से शुरू हो जाने के बाद इन बाजारों में रौनक बढ़ेगी और रेलवे को भी फायदा होगा।  

इससे पहले शुरू की गई ये भी सुविधा 
इससे पहले रेलवे की ओर ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक और सुविधा शुरू की गई थी। इसके तहत अब यात्रियों को डिस्पोजेबल बेड रोल किट सुविधा प्रदान की गई। इसका लाभ लेने के लिए यात्री को तीन सौ रुपये चुकाने होंगे। इसमें यात्री को एक कंबल, दो चादर, तकिया व कवर, मास्क, टूथ ब्रश, पेस्ट, कंघी, मास्क, पेपर शाप, सैनिटाइजर और बिस्तर को साथ ले जाने के लिए एक बैग मिलेगा। यदि यात्री सिर्फ कंबल लेना चाहता है तो उसे डेढ़ सौ रुपये देने होंगे

इसके साथ ही रेल यात्री स्टेशन पर यात्री हैंड सैनिटाइजर, हैंड वाश, मास्क आदि खरीद सकेंगे। अजमेरी गेट और पहाड़गंज दोनों ओर इसके काउंटर बनाए गए हैं। इसके साथ ही हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर भी यह सुविधा शुरू हुई है और अगले सप्ताह पुरानी दिल्ली व गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर भी यात्री इसका लाभ उठा सकते हैं। यूवी (अल्ट्र वायलेट) आधारित सैनिटाइजर मशीन भी रेलवे स्टेशन पर लगाए गए हैं। इन दोनों सुविधाओं के शुरू होने से रेलवे को प्रति वर्ष एक करोड़ रुपये का राजस्व भी मिलेगा।