जानें ओरमांझी हत्याकांड को शेख बेलाल ने कैसे दिया अंजाम... पूरा सच आसान शब्दों में
कातिल शेख बेलाल की पत्नी व नाबालिग बेटे की निशानदेही पर पिठोरिया के चंदवे में खेत से युवती का कटा सिर बरामद हुआ है। मुख्य संदिग्ध हत्यारोपित बेलाल अभी फरार है। पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है।
रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र स्थित साईं नाथ विश्वविद्यालय के समीप जीराबेड़ा में तीन जनवरी को बरामद एक युवती की निर्वस्त्र लाश मामले की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। युवती का सिर मंगलवार को पिठोरिया थाना क्षेत्र स्थित चंदवे बस्ती से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित खेत से बरामद किया गया। सिर को एक गड्ढा खोदकर दफनाया गया था और उसमें नमक भी डाल दिया गया था, ताकि सिर नष्ट हो सके। सिर की बरामदगी युवती के कथित पति चंदवे बस्ती निवासी कातिल शेख बेलाल की पहली पत्नी साबो व नाबालिग बेटे की निशानदेही पर हुई है।
शेख बेलाल की पहली पत्नी साबो व नाबालिग बेटा पुलिस की हिरासत में हैं। सिर बरामद स्थल व सिरकटी लाश की बरामदगी स्थल के बीच करीब दो किलोमीटर का अंतर है। अब सिर बरामदगी के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि मारी गई युवती शेख बेलाल की दूसरी कथित पत्नी सूफिया परवीन है, जिसका मायके रांची के चान्हो थाना क्षेत्र स्थित चटवल गांव में है। अब पुलिस को मुख्य कातिल शेख बेलाल की तलाश है, जो अभी फरार है।
रांची पुलिस ने उसपर एक लाख रुपये का इनाम रखा है। पुलिस ने घोषणा की है कि जो भी व्यक्ति शेख बेलाल की जानकारी देगा, उसकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी और उसे एक लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। पुलिस की ओर से अब तक युवती की पहचान से संबंधित अधिकृत दावा नहीं किया गया है। राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला से डीएनए की जांच रिपोर्ट के बाद ही इस मामले में पुलिस के वरीय अफसर कोई अधिकृत बयान जारी करेंगे।
उस रिपोर्ट के बाद ही शव को परिजन को भी सौंपा जाएगा। पुलिस को शेख बेलाल के घर से भी खून के नमूने मिले हैं। इसकी जांच की जा रही है। जहां से सिर मिला, वहां राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम भी पहुंची और जांच में जानकारी मिली कि वहां बरामद रक्त मानव का ही है। अब डीएनए जांच होना है।
ऐसे खुला केस और सिर तक पहुंची पुलिस
ओरमांझी थाना क्षेत्र में साईं नाथ विश्वविद्यालय के पास जीराबेड़ा स्थित पलास के जंगल में तीन जनवरी को एक अज्ञात युवती की सिरकटी निर्वस्त्र लाश बरामद हुई थी। पुलिस ने सिर खोजने की पूरी कोशिश की और युवती का पता बताने व आरोपित की जानकारी देने वालों के लिए पांच लाख रुपये के इनाम की घोषणा भी कर दी। इसी बीच 10 जनवरी को एक अनजान व्यक्ति ने रांची पुलिस को सूचना दी कि चान्हो थाना क्षेत्र के चटवल गांव निवासी एक दंपत्ति मोहम्मद कुतुबुद्दीन व राबिया की बेटी सूफिया परवीन दो माह से लापता है।
सूफिया के माता-पिता पुलिस के पास पहुंचे और बेटी का पहचान चिह्न भी बताया, जिससे बहुत हद तक पहचान चिह्न मिल गया। इसके बाद पुलिस ने डीएनए जांच के लिए माता-पिता का नमूना भी लिया। माता-पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी पुत्री सूफिया छह बहन व तीन भाइयों में पांचवें स्थान पर थी। सूफिया से चान्हो के बलसोकरा गांव निवासी मोहम्मद खालिद ने प्रेम विवाह किया था। मोहम्मद खालिद पहले से शादीशुदा था, उसका ससुराल सूफिया के मायके के पड़ोस में था।
वहांआने-जाने के दौरान उसकी सूफिया से दोस्ती हो गई थी और उसने शादी कर ली थी। मोहम्मद खालिद सूफिया को लेकर दिल्ली गया था। वहां खालिद से खटपट होने के बाद सूफिया भागकर चान्हो स्थित मायके आ गई थी। इसी बीच सूफिया की मुलाकात पिठोरिया के चंदवे बस्ती निवासी आपराधिक चरित्र के युवक शेख बेलाल से हो गई। सूफिया की बड़ी बहन की शादी चान्हो के ही सोंस निवासी एहसान खान से हुई थी। एहसान खान रिश्ते में शेख बेलाल का मौसेरा भाई है। इसके यहां आने-जाने के दौरान ही शेख बेलाल व सूफिया में दोस्ती हुई थी।
शेख बेलाल पहले से शादीशुदा है। उसकी पहली पत्नी साबो के अलावा एक 14 साल का बेटा व एक बेटी है। अब उसने गत वर्ष 2020 में सूफिया से दूसरी शादी कर उसे भी अपने चंदवे बस्ती स्थित घर में लाया। घर में आने के बाद सूफिया का शेख बेलाल की पहली पत्नी से विवाद होने लगा। एक दिन शेख बेलाल ने भी सूफिया के साथ मारपीट की। इसके बाद मई 2020 में सूफिया ने पिठोरिया थाने में शेख बेलाल पर दहेज उत्पीड़न व मारपीट का केस करवा दिया।
एक माह बाद ही जून में शेख बेलाल अवैध हथियार के साथ पिठोरिया थाने की पुलिस के हाथों पकड़ा गया और जेल भेजा गया। जेल जाने के बाद उसने सूफिया पर आरोप लगाया कि उसने ही अवैध हथियार की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद वह पकड़ा गया। शेख बेलाल की गिरफ्तारी के बाद सूफिया अपने चान्हो स्थित मायके चली गई थी। इधर, कुछ माह बाद ही शेख बेलाल जेल से छूट गया, वहीं सूफिया भी हत्या से दो माह पूर्व यानी नवंबर महीने में अचानक लापता हो गई और तब से ही उसका कोई अता-पता नहीं था।
सूफिया के माता-पिता के सामने आने के बाद पुलिस को यह विश्वास हो गया कि जहां शव बरामद किया गया है, वह घटनास्थल शेख बेलाल के घर से दो किलोमीटर की दूरी पर है। धीरे-धीरे आशंका प्रबल होती गई। इसके बाद पुलिस ने शेख बेलाल की पत्नी व बेटे को उठा लिया और सख्ती से पूछताछ की तो दोनों टूट गए। उनकी निशानदेही पर मंगलवार को सूफिया का सिर भी बरामद कर लिया गया।