जब कपिल देव ने इतिहास रचते हुए की थी रिचर्ड हैडली के सबसे बड़े रिकॉर्ड की बराबरी
30 जनवरी 1994 को श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच खेलते हुए कपिल ने 431वां विकेट हासिल कर न्यूजीलैंड के सर हैडली की बराबरी की थी। बैंगलोर में खेले गए इस टेस्ट में डॉन अरुणाश्री (Don Anurasiri) का विकेट हासिल कर कपिल ने यह खास उपलब्धि हासिल की थी।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव को 1983 विश्व कप में खिताबी जीत के लिए पहचान मिली थी। कपिल ही वो कप्तान थे जिसने भारत को पहली बार विश्व चैंपियन बनाया था। 30 जनवरी एक ऐसी तारीख है जिस दिन कपिल ने न्यूजीलैंड के दिग्गज रिचर्ड हैडली के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की थी।
साल 1994 में भारतीय दिग्गज कपिल देव ने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज सर रिचर्ड हैडरी के बनाए विश्व कप रिकॉर्ड को अपने नाम किया था। इस दिन उन्होंने 431 वां विकेट हासिल कर कीवी दिग्गज के सबसे बड़े रिकॉर्ड को संयुक्त रूप से अपने नाम किया था। कपिल का यह रिकॉर्ड बेहद खास था क्योंकि टेस्ट में क्रिकेट में बतौर ऑलराउंडर कपिल ने रन बनाने के साथ ही विकटों की भी झड़ी लगाई थी।
श्रीलंका के खिलाफ कपिल का कमाल
30 जनवरी 1994 को श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच खेलते हुए कपिल ने 431वां विकेट हासिल कर न्यूजीलैंड के दिग्गज की बराबरी की थी। बैंगलोर में खेले गए इस टेस्ट में डॉन अरुणाश्री (Don Anurasiri) का विकेट हासिल कर कपिल ने यह खास उपलब्धि हासिल की थी। कपिल ने 134 टेस्ट मैच खेलने के बाद 434 विकेट के साथ अपने करियर का अंत किया था।
एकतरफा मुकाबले में भारत जीता
श्रीलंका के खिलाफ खेले गए इस मुकाबले में भारत ने पहली पारी में 541 रन का स्कोर खड़ा किया था। श्रीलंका की टीम पहली पारी में 231 रन ही बना पाई और फिर फॉलोऑन खेलते हुए दूसरी पारी में भी लंकन टीम 215 रन पर ही सिमट गई। भारतीय टीम ने यह मुकाबला पारी और 95 रन से अपने नाम किया था। पहली पारी में कपिल ने 3 जबकि दूसरी पारी में 2 विकेट हासिल किए थे।
अजहरुद्दीन की कप्तानी पारी
बैंगलोर के इस टेस्ट में कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने शानदार 108 रन बनाए थे। इसके अलावा नवजोत सिंह सिद्धू ने 99 तो वहीं सचिन तेंदुलकर ने 96 रन की पारी खेली थी। ये दोनों ही बल्लेबाज शतक बनाने के चूक गए थे।