डेमोक्रेटिक नेताओं का बड़ा दावा, कैपिटल हिल में नैंसी पेलोसी की हत्या करना चाहती थी भीड़
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ चुनाव परिणाम को पलटने के लिए छह जनवरी को अमेरिकी संसद में दंगा भड़काने का आरोप लगाया गया है। डेमोक्रेट अभियोजक का कहना है कि वह इस बात को साबित कर देंगे।
अमेरिकी संसद में 6 जनवरी को हुई हिंसा को लेकर डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने बड़ा आरोप लगाया है। डेमोक्रेट्स का कहना है कि पुलिस ने हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी को कैपिटल कॉम्प्लेक्स से इसलिए बाहर निकाला, क्योंकि उन्हें उसकी सुरक्षा का डर था। डेमोक्रेट का कहना है कि संसद पर हमले के ट्रंप निर्दोष दर्शक नहीं थे, बल्कि वह भड़काने वालों के मुखिया थे।
अमेरिकी के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ चलाए जा रहे दूसरे महाभियोग की सुनवाई के दौरान अभियोजकों ने बुधवार को सीनेट में एक 13 मिनट का वीडियो दिखाया। जिसमें पेलोसी के कर्मचारी मदद के लिए आवाज लगाते हुए सुनाई दे रहे थे। इस दौरान एक तस्वीर में भीड़ पेलोसी के कार्यालय के दरवाजे को तोड़ने की कोशिश करती दिख रही है।
प्रतिनिधि सभा के महाभियोग प्रबंधक स्टेसी प्लास्केट का कहना है कि पेलोसी को एक सुरक्षित ठिकाने पर ले जाया गया, क्योंकि कुछ दंगाइयों ने सार्वजनिक रूप से पेलोसी को नुकसान पहुंचाने या मारने का इरादा जताया था। उन्होंने कहा कि अगर दंगाइयों को पेलोसी मिल गई होतीं तो वे उन्हें मार डालते। उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें इस मिशन पर भेजा था।
बता दें कि ट्रंप पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिनके खिलाफ दूसरी बार महाभियोग की सुनवाई हो रही है। इससे पहले राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया केवल तीन बार हुई, जिनमें एंड्रयू जॉनसन, बिल क्लिंटन और फिर पिछले वर्ष ट्रंप को बरी कर दिया गया था। राष्ट्रपति के पद से हटने के बाद महाभियोग की कार्यवाही का यह पहला मामला है।