पकड़ा गया गद्दार: सेना को सब्जी सप्लाई करने वाला आईएसआई के लिए करता था जासूसी, पूछताछ में किए चौंकाने वाले खुलासे

आरोप है कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के साथ-साथ भारतीय सेना से जुड़े गोपनीय दस्तावेज उपलब्ध करा रहा था। शुरूआती जांच में ये बात सामने आई है कि उसने पोखरण सेना के आधार शिविर में तैनात भारतीय सेना के एक अफसर से गोपनीय दस्तावेज बरामद किए थे

पकड़ा गया गद्दार: सेना को सब्जी सप्लाई करने वाला आईएसआई के लिए करता था जासूसी, पूछताछ में किए चौंकाने वाले खुलासे

विस्तार
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले आरोपी को पोखरण, राजस्थान से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान बीकानेर, राजस्थान निवासी हबीब खान(48) के रूप में हुई है। आरोपी को पहले हिरासत में लिया गया था। 


आरोप है कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के साथ-साथ भारतीय सेना से जुड़े गोपनीय दस्तावेज उपलब्ध करा रहा था। शुरूआती जांच में ये बात सामने आई है कि उसने पोखरण सेना के आधार शिविर में तैनात भारतीय सेना के एक अफसर से गोपनीय दस्तावेज बरामद किए थे। 


ये भी माना जा रहा है कि सेना के कुछ और लोगों व कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आ सकती है। दिल्ली पुलिस ने इस बारे में अधिकारिक जानकारी देने से इनकार कर दिया।

दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध आरोपी हबीब खान काफी समय से पोखरण में रह रहा था। वह भारतीय सेना में ठेकेदार के रूप में काम कर रहा था। पोखरण क्षेत्र में संचालित इंदिरा रसोई में सब्जी सप्लाई करने का ठेका भी उसके पास था। 

फिलहाल उसके पास सेना एरिया में सब्जी सप्लाई करने का ठेका था। इस कारण आरोपी की पहुंच सेना की रसोई तक थी। बताया जा रहा है कि कुछ महीने पहले तक वह सेना के जांच के दायरे में भी आया था।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम ने पोखरण, जैसलमेर पहुंचकर हबीब खान को मंगलवार को हिरासत में ले लिया था। आरोपी आईएसआई के लोगों से भी मिलकर उनको कागजात देता था। उसे आईएसआई से गोपानीय दस्तावेज देने के एवज में रकम भी मिली है। 

हबीब ने पूछताछ में दो-तीन लोगों के नामों का खुलासा किया है। दिल्ली पुलिस सेना के अधिकारियों के साथ कई जगह दबिश दे रही थी। अपराध शाखा के अधिकारियों का कहना है कि हबीब खान जासूसी करने वाले गिरोह का एक सदस्य मात्र है। 

इस मामले में बुधवार रात तक दबिश चल रही थीं। ऑपरेशन पूरा होते ही इसके बारे में पूरी जानकारी साझा की जाएगी। माना जा रहा है कि जासूसी के बड़े नेटवर्क का खुलासा होने वाला है।