प्याज के दामों ने बिगाड़ा दिल्ली-NCR के लोगों के किचन का बजट
आलू और प्याज के साथ ही सर्दियों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में महीनों सस्ती रहने वाली मटर गोभी मूली गाजर की कीमत भी खुदरा बाजार में कम नहीं हो रही है। इससे लोगों में चिंता है।
एक तरफ जहां पेट्रोल और डीजल के दामों में इजाफा होने से महंगाई के चलते लोग परेशान हैं तो वहीं दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर सब्जी के दामों ने किचना का बजट बिगाड़ दिया है। सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि इससे सटे शहरों नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदबाद और सोनीपत में प्याज समेत कई सब्जियां महंगी हो गई हैं। इससे लोग परेशान हैं। सब्जी कारोबार से जुड़े व्यापारियों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में पिछले 15 दिनों के दौरान सब्जियां फिर महंगी हो गई हैं। सबसे ज्यादा परेशान प्याज की कीमतें कर रही हैं। फिलहाल थोक भाव में भी प्याज की कीमत 45 रुपये प्रतिकिलो हो गया है। इस लिहाज से पिछले 15 दिनों के दौरान प्याज की कीमत प्रतिकिलो ढाई गुना तक बढ़ गई है। वहीं, आलू-प्याज के साथ ही सर्दियों के दौरान सस्ती रहने वाली मटर, गोभी, मूली, गाजर का दाम भी फुटकर बाजार में कम नहीं हो रहा है। इससे लोगों में चिंता है।
खुदरा में टमाटर बिक रहा 60 रुपये किलो तक
आजादपुर मंडी से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि पिछले 15 दिनों के दौरान 20 रुपये प्रतिकिलो बिकने वाला प्याज खुदरा बाजारों में 50-60 रुपया प्रतिकिलो बिकने लगा है।
अगले सप्ताह के अंत तक गिर सकते हैं प्याज के दाम
कहा जा रहा है कि अगले दस दिन के दौरान प्याज के दाम में कमी आने की उम्मीद है। प्याज के दाम में इजाफा होने से सलाद में प्याज की जगह खीरा व गाजर की मात्रा बढ़ गई है। कारोबारियों का कहना है कि 2 फसलों में अंतर के चलते प्याज की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। अगले दस के दौपरान भाव में काफी गिरावट आने की उम्मीद है।
राजेंद्र शर्मा (महासचिव, आजादपुर आलू-प्याज के मर्चेंट एसोसिएशन) का कहना है कि फसल अच्छी हुई है लिहाजा भाव कम होगा, लेकिन इसमें 8-10 दिन का समय लग सकता है।