बैन से आहात ट्रंप ! जाते-जाते ट्विटर समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेफॉर्म पर गाज गिराने के मूड में

अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर डोनाल्ड ट्रंप का कार्यकाल अब चंद दिनों का बचा है। ट्रंप अपने अंतिम दिनों के दौरान ट्विटर समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को निशाना बना सकते हैं। वह ऐसा कैपिटल हिल परिसर में हुई हिंसा से ध्यान भटकाने के लिए करेंगे।

बैन से आहात ट्रंप ! जाते-जाते ट्विटर समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेफॉर्म पर गाज गिराने के मूड में

अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर डोनाल्ड ट्रंप का कार्यकाल अब चंद दिनों का बचा है। ट्रंप अपने अंतिम दिनों के दौरान ट्विटर समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को निशाना बना सकते हैं। सीएनएन के अनुसार वह ऐसा अमेरिकी संसद कैपिटल हिल परिसर में हुई हिंसा से ध्यान भटकाने के लिए करेंगे। उनके एक सलाहकार ने कहा कि वह ट्विटर द्वारा प्लेटफार्म से उनका अकाउंट को हमेशा के लिए बंद करने से नाराज हैंं । ट्रंप के सहयोगियों ने उन्हें सोशल मीडिया पर रूढ़िवादी पूर्वाग्रह के तर्क को खारिज करने और अपने समर्थकों पर हमले के तौर पर प्रतिबंध लगाने की सलाह दी है।

कैपिटल हिल में बुधवार को एक अराजक और हिंसक घटना के बाद ट्रंप को इंस्टाग्राम, यूट्यूब और ट्विच जैसी बड़ी टेक कंपनियों द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था। संसद में भावी राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत पर मुहर लगाने की कार्यवाही चल रही थी। तभी ट्रंप के समर्थकों ने संसद परिसर पर धावा बोल दिया और यहां जमकर उपद्रव मचाया। इस दौरान पांच लोगों की मौत हो गई। कई लोग घंयल भी हुए। नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों के खिलाफ ट्रंप ने अपने समर्थकों को भड़काया था, जिसके बाद यह घटना हुई। 

ट्रंप और उनके रिपब्लिकन सहयोगियों द्वारा समय से सोशल मीडिया कंपनियों पर रूढ़िवादियों के खिलाफ पूर्वाग्रह रखने का आरोप लगाया जाता रहा है। सीएनएन ने बताया कि सोशल मीडिया कंपनियों के साथ लड़ाई से ट्रंप कैपिटल हिल हिंसा के ध्यान भटकाने में सफल नहीं होंगे। हिंसा के बाद ट्रंप प्रशासन के कई सदस्यों ने पद से इस्तीफा दे दिया। इसमें अमेरिकी परिवहन सचिव एलेन चाओ, व्हाइट हाउस के डिप्टी प्रेस सचिव सारा मैथ्यूज, फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप के लिए चीफ ऑफ स्टाफ, स्टेफनी ग्रिशम और व्हाइट हाउस की सोशल सेक्रेटरी अन्ना क्रिस्टीना 'रिकी' निकिटा शामिल हैं। इसके अलावा, कई सांसदों ने समर्थकों को हिंसा के लिए उकसाने के लिए ट्रंप की आलोचना की। कुछ ने उनके ऊपर तत्काल महाभियोग चलाने और पद से हटाने की मांग की।