बिहार विवि में प्रायोगिक परीक्षा के कारण पार्ट टू के परिणाम में होगा विलम्ब
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक पार्ट टू 2018-20 की चल रही परीक्षा के प्रैक्टिकल को लेकर संशय बरकरार है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों की ओर से परीक्षा को लेकर हुई बैठक में पीजी की परीक्षाओं को लेकर निर्णय लिया गया।
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक पार्ट टू 2018-20 की चल रही परीक्षा के प्रैक्टिकल को लेकर संशय बरकरार है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों की ओर से परीक्षा को लेकर हुई बैठक में पीजी की परीक्षाओं को लेकर निर्णय लिया गया। लेकिन, स्नातक पार्ट 2 की परीक्षा के बाद प्रैक्टिकल होगा या नहीं यह मामला परीक्षा बोर्ड की बैठक के बाद है निर्धारित हो पाएगा। परीक्षा नियंत्रक डॉ मनोज कुमार का कहना है कि कुलपति प्रोफेसर हनुमान प्रसाद पांडे मुख्यालय से बाहर हैं ऐसे में उनके आने पर परीक्षा बोर्ड की बैठक बुलाई जाएगी। उसमें प्रायोगिक परीक्षा पर निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि इस बार कोरोना संक्रमण के कारण स्नातक पार्ट 3 की परीक्षा के बाद प्राइस प्रैक्टिकल नहीं हुआ है। इस कारण पार्ट 2 की परीक्षा के बाद प्रैक्टिकल लिया जाएगा या उसमें भी औसत अंक दे दिए जाएंगे इस पर निर्णय होना है।
पार्ट वन की परीक्षा पर भी होना है फैसला
परीक्षा बोर्ड की इसी बैठक में अधिकारियों की ओर से स्नातक पार्ट वन की परीक्षा पर भी निर्णय लिया जाना है। बता दें कि स्नातक सत्र- 2019-21 में डेढ़ वर्ष पूर्व छात्र-छात्राओं ने दाखिला लिया था। इसके बाद अब तक पार्ट वन के सभी छात्र-छात्राओं के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि परीक्षा बोर्ड की बैठक में इस पर भी फैसला होना है पुलिस स्टाफ उन्होंने कहा कि अगले महीने से इंटर की परीक्षा शुरू हो रही है और इसके बाद सभी प्रमुख केंद्रों पर मैट्रिक की भी परीक्षा संचालित की जानी है। ऐसे में पार्ट वन की परीक्षा फरवरी में हो पाना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि फरवरी में फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और इसके बाद मार्च में पार्ट वन की परीक्षा ली जा सकती है।