भाजपा नेता के ट्वीट से कमल नाथ के नेता प्रतिपक्ष बने रहने पर चली बहस, कांग्रेस ने इस बहस को भाजपा का झूठ बताया

नागरिक आपूर्ति निगम के पूर्व अध्यक्ष डॉ. हितेश वाजपेयी ने ट्वीट किया कि पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने विधानसभा सत्र से पहले अपने ट्विटर प्रोफाइल से नेता प्रतिपक्ष पद का उल्लेख हटा लिया है। क्या नया नेता प्रतिपक्ष आने वाला है?

भाजपा नेता के ट्वीट से कमल नाथ के नेता प्रतिपक्ष बने रहने पर चली बहस, कांग्रेस ने इस बहस को भाजपा का झूठ बताया

मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में शुक्रवार को कमल नाथ की जगह नेता प्रतिपक्ष के तौर पर नया नाम सामने आने को लेकर इंटरनेट मीडिया पर बहस चली। भाजपा नेता ने ट्वीट कर बताया कि कमल नाथ ने अपने ट्विटर प्रोफाइल से नेता प्रतिपक्ष का नाम हटा लिया है। बाद में कांग्रेस की ओर से इसे भाजपा का झूठ बताते हुए बदलाव से इन्कार किया गया।

नागरिक आपूर्ति निगम के पूर्व अध्यक्ष डॉ. हितेश वाजपेयी ने ट्वीट किया कि पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने विधानसभा सत्र से पहले अपने ट्विटर प्रोफाइल से नेता प्रतिपक्ष पद का उल्लेख हटा लिया है। क्या नया नेता प्रतिपक्ष आने वाला है?

इस पर इंटरनेट मीडिया पर पक्ष और विपक्ष की ओर से कमेंट आते रहे। बाद में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने स्थिति स्पष्ट की।

उन्होंने ट्वीट किया कि यह भाजपा की ओर से फैलाया गया झूठ है। कमल नाथ जी की ट्विटर प्रोफाइल पर 16 माह से बदलाव नहीं किया गया है। यह लोगों को भ्रमित करने के लिए किया गया काम है।

मध्य प्रदेश में उपचुनाव से पहले कांग्रेस को लग सकता है झटका

वहीं, दूसरी ओर मध्य प्रदेश में तीन विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव की तैयारियों को पुख्ता करने में जुटी कांग्रेस की किलेबंदी में सेंध लग सकती है। वरिष्ठ नेताओं के वर्चस्व की लड़ाई में उपचुनाव से पहले एक झटका लगभग वैसा ही हो सकता है, जैसा ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने से लगा था। भाजपा उपचुनाव में जीत के दावेदार कांग्रेस नेताओं के संपर्क में है।