मुख्यमंत्री योगी बोले, धर्मांतरण के आरोपियों पर लगेगा रासुका, संपत्ति भी करेंगे जब्त
एटीएस को जानकारी मिली है कि सबसे अधिक 600 लोगों का धर्म परिवर्तन दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में किया गया है। इसमें नोएडा स्थित मूक बधिर स्कूल के 60 बच्चे शामिल हैं, जिनका धर्म परिवर्तन कराया गया है।
विस्तार
एक हजार से अधिक लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के आरोपियों उमर गौतम और जहांगीर आलम पर गैंगस्टर एक्ट लगेगा और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को सख्त कार्रवाई के निर्देश देते हुए कहा कि धर्मांतरण के आरोपियों की संपत्ति भी जब्त की जाएगी। इस बीच, यूपी एटीएस को आरोपियों की सात दिन की रिमांड मिल गई है। एटीएस बुधवार सुबह 11 बजे से आरोपियों से पूछताछ करेगी।
इस गिरोह से जुड़े पूरे मामलों की छानबीन के लिए एटीएस ने कई टीमों को अलग-अलग स्थानों पर भेजा है। ये टीमें हरियाणा और दिल्ली के अलावा यूपी के अलग-अलग जिलों में छानबीन कर रही हैं। एक टीम को फतेहपुर भी भेजा गया है। यह टीम उमर गौतम द्वारा परिवार संबंधी दी गई जानकारी का सत्यता परखेगी।
एटीएस को जानकारी मिली है कि सबसे अधिक 600 लोगों का धर्म परिवर्तन दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में किया गया है। इसमें नोएडा स्थित मूक बधिर स्कूल के 60 बच्चे शामिल हैं, जिनका धर्म परिवर्तन कराया गया है। बाकी चार सौ से अधिक लोगों का धर्म परिवर्तन विभिन्न राज्यों व जिलों में किया गया है। एटीएस को उमर के पास से मिले रजिस्टर में दर्ज लोगों के नाम को भी सत्यापित किया जा रहा है।
करेंगे बेनकाब
‘धर्मांतरण मामले की तह तक जाएंगे। इसमें जो लोग भी संलिप्त हैं, उन्हें बेनकाब किया जाए। गैंगस्टर एक्ट और रासुका के तहत कार्रवाई की जाए। साथ ही ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनकी संपत्ति भी जब्त की जाए।’
- योगी आदित्यनाथ
एनआईए को सौंपी जा सकती है पूरी जांच
धर्मांतरण का मामला यूपी समेत 6 राज्यों से जुड़ा है। मुख्य किरदार दिल्ली के जामिया नगर में बैठ कर निभाया गया। ऐसे में इस पूरे मामले पर एनआईए की भी नजर है। साथ ही विदेशों से हुई फंडिंग को लेकर भी केंद्रीय एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। उमर व जहांगीर से केंद्रीय एजेंसियों की पूछताछ के बाद तय होगा कि एनआईए इस मामले की जांच अपने हाथ में लेगी या नहीं।
कानून बनने के बाद सबसे बड़ा मामला
जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ प्रदेश सरकार द्वारा बनाए गए कानून ‘उत्तर प्रदेश विधि विरुद्घ धर्म संपरिवर्तन प्रतिशेध अधिनियम’ के बाद से अब तक का यह सबसे बड़ा मामला है। ऐसे में पुलिस और जांच एजेंसी कार्रवाई करने से पहले फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।