मूछें हो तो उमेश सिंह जैसी, जिसपर बिहार के 'सिंघम' DIG भी हो गए फिदा; कार से उतर किया पुरस्कृत
सारण डीआइजी मनु महाराज कुचायकोट थाना में पदस्थापित एएसआइ की लच्छेदार मूंछों पर फिदा हो गए। वे अवर निरीक्षण की मूंछ की तारीफ करने से खुद को नहीं रोक सके और अपने वाहन से उतरकर एएसआइ उमेश सिंह यादव के पांच सौ रुपये दे दिया।
अपनी खास अंदाज की मूंछ से अलग पहचान बनाने वाले बिहार के 'सिंघम' सारण डीआइजी मनु महाराज कुचायकोट थाना में पदस्थापित एएसआइ की लच्छेदार मूंछों पर फिदा हो गए। वे एएसआइ की मूंछ की तारीफ करने से खुद को नहीं रोक सके और अपने वाहन से उतरकर एएसआइ उमेश सिंह यादव के पांच सौ रुपये दे दिया। सारण डीआइजी का यह अंदाज वहां मौजूद पुलिस पदाधिकारियों तथा पुलिस कर्मियों को उत्साहित कर दिया। डीआइजी के रवाना होने के बाद देर तक पुलिसकर्मी उनके इस अंदाज को लेकर तरीफ करते रहे।
कानून व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे थे मनु महाराज
दरअसल जिले में कानून व्यवस्था की स्थित का जायजा लेने जिले में आए सारण डीआइजी मनुमहाराज शनिवार को कुचायकोट प्रखंड में स्थित बलथरी चेकपोस्ट का निरीक्षण करने के बाद अचानक कुचायकोट थाना पहुंच गए। थाना का निरीक्षण कर उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों को अपराध पर प्रभावी अंकुश लगाने और कांडों की जांच में लाने का निर्देश दिया। उन्होंने थाने के विभिन्न कांडों से संबंधित आवश्यक जानकारी थानाध्यक्ष अश्विनी तिवारी से ली। थाना परिसर तथा उसके बाहर जगह की कमी के कारण खड़े किए गए जब्त वाहनों का संज्ञान लेते हुए उन्होंने कहा कि इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश के लिए शासन को अनुशंसा की जाएगी।
डीआइजी के अंदाज पर तारीफ करते रहे पुलिसकर्मी
बताया जाता है कि थाने का निरीक्षण करने के बाद जैसे ही सारण डीआइजी मनु महाराज अपने वाहन में बैठे तभी उनकी नजर अवरी निरीक्षण उमेश सिंह यादव की लच्छेदार मूंछ पर पड़ी। अवर निरीक्षण की लच्छेदार मूंछ देखकर डीआइजी खुद को रोक नहीं पाए। वे अपने वाहन से उतर कर अवर निरीक्षक के पास पहुंच गए। मनु महाराज ने अवर निरीक्षक उमेश सिंह यादव की लच्छेदार मूंछ की तरीफ करते हुए उन्हें अपनी तरफ से पांच सौ रुपये का पुरस्कार देते हुए उनका हौसला बढ़ाया। इसके बाद डीआइजी मनू महाराज अपने वाहन में बैठकर थाने से रवाना हो गए। डीआइजी मनु महाराज के इस अंदाज से अवर निरीक्षक उमेश सिंह यादव भावुक हो गए, उनकी आंखें नम हो गईं। वहां मौजूद पुलिस पदाधिकारी तथा पुलिस कर्मी भी काफी देर तक सारण डीआइजी के इस अंजाद की तरीफ करते रहे।