मोहन-मंत्र : भागवत ने मुस्लिमों को दिया जड़ों को खोजने का संदेश
छह घंटे की बैठक में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कार्यकर्ताओं को दिया चुनौतियों का सामना करने का मंत्र
विस्तार
प्रदेश में शुरू हो चुकी चुनावी हलचल के बीच आरएसएस के सर संघचालक मोहन भागवत ने लगातार दूसरे दिन सोमवार को भी मुस्लिमों को संघ के करीब लाने के एजेंडे पर काम किया। इसके लिए पहले से तैयारी की गई थी। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की बैठक में देश भर से पदाधिकारी बुलाए गए थे। भागवत ने उन्होंने चुनौतियों का सामना करने का मंत्र दिया। उनसे कहा कि वे मुस्लिमों के बीच जाएं और उनसे संवाद करें। उनसे कहें कि वे अपनी जड़ों को खोजें। मुस्लिम ऐसा करेंगे तो सारे झगड़े खत्म हो जाएंगे। सभी के आदर का केंद्र भारत देश है।
वसुंधरा के मेवाड़ कॉलेज में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच छह घंटे चली बैठक में उन्होंने सबसे पहले संदेश दियाए प्रदूणष मुक्तए हरियाली युक्त देश बनाने का। इसके लिए संस्थाओं और लोगों को साथ लाकर पौधे लगाए जाएंगे। गौसेवा, सेवाएं, महिलाएं पर्यावरण और बौद्धिक प्रकोष्ठों में पदाधिकारियों को भी दायित्व सौंपा गया है । इसके बाद बात की अखंड भारत की। उन्होंने बैठक में मौजूद मुस्लिमों से आह्वान किया कि वे जन जागरूकता अभियान चलाएं। पाकिस्तान भारत के जिस हिस्से पर पर कब्जा करके बैठा है, उसे वापस भारत में मिलाना है।
गौसेवा प्रकोष्ठ के मोहम्मद फैज ने बताया कि संघ प्रमुख ने संगठन को बनाकर चलने और अच्छे कार्यकर्ता बननेए त्याग व हमेशा समाज को देने की भावना रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के लोग लगातार आगे बढ़ रहे हैं। बस उन्होंने अपनी जड़ों को खोजने की कोशिश नहीं की।
कट्टरपंथी मुस्लिमों को समझाएंगे
विशाल भारत संस्थान के राजीव श्रीगुरुजी ने कहा कि कट्टरपंथी मुस्लिमों को समझाकर उन्हें देश की एकता और अखंडता से जोड़ा जाएगा। उन्हें बताया जाएगा कि विभाजन से पहले वह अखंड भारत का ही हिस्सा थे। बनारस से आईं नाजनीन अंसारी ने कहा कि संघ प्रमुख के साथ बैठक काफी अच्छी रही। कई मुद्दों पर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली और अब इस ओर कदम बढ़ाया जाएगा।
इसमें सरसंघ संचालक डॉ. मोहन भागवत ने मुख्य रूप से भाग लिया। सह सरकार्यवाहक डॉ. कृष्ण गोपालए सह संपर्क प्रमुख रामलाल और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार मौजूद रहे। इनके अलावा प्रमुख रूप से गौसेवा प्रकोष्ठ, सेवा प्रकोष्ठ में ठाकुर राजा सिंह, महिला प्रकोष्ठ में रेशमा, पर्यावरण प्रकोष्ठ के फारूख खान और इंटिलेक्चुअल प्रकोष्ठ के शिराज कुरैशी, उलेमा प्रकोष्ठ के मौलाना कोकब मुज्तबा और विशाल भारत संस्थान के राजीव श्रीगुरुजी समेत अन्य पदाधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया।
भ्रम दूर करने के लिए संघ की शाखाओं में आएं मुस्लिम
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को मुस्लिमों से आह्ववान किया कि वे संघ की शाखाओं में आएं। मुस्लिमों को लंबे समय तक बहकाया गया है। संघ के बारे में गलत जानकारी दी गई। वे आएंगे तो सारे भ्रम दूर हो जाएंगे और सच्चाई का पता चलेगा। उन्होंने कहा कि अगर उनके मन में कोई सवाल या शंका है, तो उसे दूर किया जाएगा। संघ मुस्लिमों के साथ संवाद करेगा। उन्होंने दोहराया कि हिंदू हो या मुस्लिम सभी भारतीयों का डीएनए एक है। भारत के विश्व गुरु बनने के लिए मुस्लिमों का साथ आना जरूरी है। मुस्लिम अगर कट्टरपंथियों को समझाएं तो उन्हें भी राष्ट्रहित के लिए तैयार किया जा सकता है।
मेवाड़ इंटर कॉलेज में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की बैठक में भागवत ने कहा कि संघ जाति और धर्म की नहींए सिर्फ राष्ट्र की सोचता है। हमें अखंड भारत के लिए मिशन चलाना है। पाक अधिकृत कश्मीर भारत का ही हिस्सा है। इसे भारत में मिलाने पर काम हो रहा है। गिलगित और बाल्टिस्तान को वापस लेना है। इसके लिए मंच अभियान चलाए। संघ प्रमुख ने सीएए और एनआरसी पर भी अपना मत रखा। कहा कि इससे देश के मुस्लिमों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। राम मंदिर के मुद्दे पर कहा कि सभी लोग इस फैसले से खुश हैं। बैठक में मंच के देश भर से आए 54 पदाधिकारियों ने भाग लिया। इनमें 48 मुस्लिम थे।
तुलसी के पौधे से जोड़ेंगे हिंदू और मुस्लिम को
गाजियाबाद। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संस्थापक एवं मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार ने बैठक में कहा कि आजादी के 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 15 अगस्त 2021 से 15 अगस्त 2022 तक मंच विशेष अभियान चलाएगा। इसके तहत हिंदू और मुस्लिमों के घरों में तुलसी के पौधे लगवाए जाएंगे। मुस्लिमों के घर ये पौधे लगवाने का आह्वान मुस्लिम ही करेंगे। तुलसी को हिंदू पवित्र पौधा मानते हैं। यह मुस्लिमों के लिए भी पवित्र है। अरबी भाषा में इसे रेहान कहा जाता है। इससे जन्नती घास, स्वर्ग का पौधा माना गया है।