राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में नरसिंह यादव ने किया निराश, गौरव बालियान ने हराया
65वीं सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप फ्रीस्टाइल पुरुष प्रतियोगिता में 74 किग्रा में खेलते हुए नरसिंह को एशियाई पदक विजेता गौरव बालियान ने शिकस्त कर दिया एक अंक से हारने के कारण नरसिंह के लिए यह हार बहुत बुरी रही।
कोरोना काल में एक साल तक खेलों से दूरी बनाए रखने के बाद शनिवार को नोएडा इंडोर स्टेडियम में पहली बार राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। 65वीं सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप फ्रीस्टाइल पुरुष में देश के 24 राज्यों से 350 खिलाड़ी दमखम दिखाने पहुंचे। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा चैंपियनशिप का वर्चुअल उद्घाटन किया गया जिसमें देश के चर्चित कुश्ती खिलाड़ी नरसिंह यादव, गौरव बालियान और सुमित आदि राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने बातचीत की। हालांकि महामारी के दौर में हुई चैंपियनशिप किसी के लिए सफलता तो किसी के लिए निराशा साथ लेकर आई।
नेशनल कुश्ती में दो बार पलटी बाजियां : पहली बार कुश्ती चैंपियनशिप में अनुभवी खिलाड़ी जोर नहीं दिखा पाए वहीं, नए खिलाड़ियों ने बाजी मार ली। कॉमनवेल्थ गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता नरसिंह यादव जोकि इस चैंपियनशिप से राष्ट्रीय खेलों में वापसी करने वाले थे, उन्हें निराशा हाथ लगी। 2016 के रियो ओलंपिक से पहले डोप टेस्ट में फेल होने के कारण उनपर प्रतिबंध लगाया गया था। शनिवार को हुई चैंपियनशिप में 74 किग्रा में खेलते हुए नरसिंह को एशियाई पदक विजेता गौरव बालियान ने शिकस्त कर दिया, एक अंक से हारने के कारण नरसिंह के लिए यह हार बहुत बुरी रही।
इसी के दूसरे राउंड में एशियाई स्वर्ण पदक विजेता अमित धनखड़ ने यूपी के पहलवान गौरव बालियान को मात देकर कांस्य पदक हासिल किया। फाइनल में रेलवे की टीम से खेलते हुए पंजाब के संदीप सिंह दंगल में एशियाई पदक विजेता जितेंद्र को मात दी और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। संदीप ने पहली बार 74 किग्रा में राष्ट्रीय प्रतियोगिता खेली है, इससे पहले वह 79 किग्रा में कुश्ती खेलते आ रहे हैं। 125 किग्रा में रेलवे टीम के खिलाड़ी एशियाई स्वर्ण पदक विजेता सुमित विजेता रहे। 92 किग्रा में रेलवे के खिलाड़ी प्रवीण और 61 किग्रा में सर्विस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड के खिलाड़ी रविंदर ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
डब्लयूएफआइ ने भेजा नोटिस : प्रतियोगिता में शारीरिक दूरी ने नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई। रेलवे के एक खिलाड़ी के बीच हुई मुकाबले में रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड के खिलाड़ी मैट के करीब तक पहुंच गए। खेल देखकर उत्साहित हुए दर्शक मैट के पास पहुंचकर खिलाड़ी के लिए हल्ला मचाने लगे इस वाक्य को देख भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआइ) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को बीच मैच में शांति कराने पहुंचना पड़ा। इस घटना के बाद डब्ल्यूएफआइ ने रेलवे स्पोर्ट्स बोर्ड को अव्यवस्था फैलाने के लिए नोटिस भेजा।