रूसी राष्‍ट्रपति के प्रबल आलोचक नवलनी को तीन साल की जेल, रूस में तेज हो सकती हैं हिंसा, जानें पूरा मामला

रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन के आलोचक एलेक्‍सी नवलनी को यहां की एक अदालत ने साढ़े तीन साल जेल की सजा सुनाई है। नवलनी पर पिछले आपराधिक मामले में गिरफ्तारी के बाद पैरोल की शर्तों के उल्‍लंघ का आरोप है। जानें क्‍या है पूरा मामला

रूसी राष्‍ट्रपति के प्रबल आलोचक नवलनी को तीन साल की जेल, रूस में तेज हो सकती हैं हिंसा, जानें पूरा मामला

रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन के आलोचक एलेक्‍सी नवलनी को यहां की एक अदालत ने साढ़े तीन साल जेल की सजा सुनाई है। नवलनी पर पिछले आपराधिक मामले में गिरफ्तारी के बाद पैरोल की शर्तों के उल्‍लंघ का आरोप है। पैरोल की शर्तों के मुताबिक नवलनी को नियमित रूप से पुलिस को रिपोर्ट करना था, लेकिन उन्‍होंने इसका पालन नहीं किया। नवलनी को एक धोखाधड़ी के मामले में भी दोषी ठहराया गया है। हालांकि नवलनी का कहना है कि उन पर सारे मामले राजनीति से प्रेरित हैं। नवलनी की सजा के साथ रूस में सुरक्षा व्‍यस्‍था और कड़ी कर दी गई है। बता दें कि पिछले महीने रूस लौटने के बाद नवलनी हिरासत में हैं। इसके पूर्व नवलनी पर जहरीला पदार्थ दिया गया था। इसका इलाज जर्मनी में चल रहा था।

नवलनी ने अदालत में पुतिन को हमलावर कहा

सुनवाई के दौरान नवलनी ने अदालत में राष्‍ट्रपति पुतिन को जहर देने वाला कहा। उन्‍होंने कहा कि पुतिन हम पर हमले के दोषी हैं। सुजा सुनाए जाने के बाद नवलनी ने कहा कि रूस में विपक्ष को कमजोर किया जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि लोगों को डराने का काम किया जा रहा है। नवलनी के कहा कि लोगों को भयभीत करने के लिए किसी एक को जेल में डाल दिया जाता है। उन्‍होंने कहा कि एफएसबी के जरिए मेरी हत्‍या का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन मैं अकेला नहीं हूं। नवलनी को सजा सुनाए जाने के बाद उनके समर्थकों ने इसके विरोध में रैली का आह्वान किया। इस दौरान करीब तीन सौ समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उधर, नवलनी के वकीन ने कहा है कि हम इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे। नवलनी की सजा के बाद कई देशों ने खासकर पश्चिमी देशों ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है।

अमेरिका समेत पश्चिमी देशों ने निंदा की

ब्रिटिश विदेश मंत्री डॉमिनिक राब ने इस फैसले को अनुचित करार दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस रूसी अदालत के इस फैसले पर चिंता व्‍यक्‍त की है। यूरोपीय काउंसिल ने कहा है कि अदालत का इस फैसले में विश्‍वास की उपेक्षा की गई है। इस प्रतिक्रिया के बाद रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्‍ता मारिया जखारोवा ने कहा है कि पश्चिमी देशों को अपनी समस्‍याओं पर ध्‍यान देना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि किसी संप्रभु देश के आंतरिक मामलों में दखल नहीं देना चाहिए।

2008 में पहली बार सुर्खियों में आए नवलनी

बता दें कि रूस में नवलनी की पहचान रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन के घोर विरोधी के रूप में रही है। वर्ष 2008 में नवलनी पहली बार तब सुर्खियों में आए जब उन्‍होंने अपने एक ब्‍लॉग के जर‍िए सरकारी कंपनियों में व्‍याप्‍त भ्रष्‍टाचार को उजागर किया। उनकी इस रिपोर्ट के बाद रूस सरकार में शामिल कई अधिकारियों को इस्‍तीफा देना पड़ा था। सरकार के खिलाफ ब्‍लॉग लिखने और रूस की संसद डूमा के बाहर सरकार विरोधी रैली का आयोजन करने के लिए नवलनी को 2011 में जेल जाना पड़ा। पहली बार उन्‍हें 15 दिन के लिए जेल जाना पड़ा। जेल से रिहा होने के बाद उन्‍होंने रूसी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।