राहत: कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए 24 में से 11 जिले, अस्पतालों में घटी मरीजों की संख्या
झारखंड में कोरोना की दूसरी लहर के कहर के बाद अब स्थिति में काफी सुधार हो गया है। राज्य के 24 में से 11 जिलों में अब संक्रमित नहीं मिल रहे। चार से पांच जिलों में सिर्फ एक या दो नए संक्रमित मिल रहे हैं। सिर्फ पूर्वी सिंहभूम ही ऐसा जिला है, जहां 10 से अधिक मरीज रोज मिल रहे हैं।
गुरुवार को सिर्फ पूर्वी सिंहभूम और बोकारो में 10 से अधिक मरीज मिले। गढ़वा, गिरिडीह, गोड्डा, चतरा, दुमका, लोहरदगा, पाकुड़, सरायकेला, सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम में अब मरीज नहीं मिल रहे। शेष से पांच से कम मरीज मिल रहे हैं। वही पिछले सात दिनों में झारखंड में सिर्फ छह मौत हुई है। इनमें चार पूर्वी सिंहभूम में हुई।
आठ जिलों में 10 से कम एक्टिव मरीज
कोरोना के घटते मामलों के बीच राज्य के आठ जिलों में एक्टिव मामले 10 से कम हैं। चतरा में दो, गढ़वा में दो, गिरिडीह में छह, गोड्डा में सात, खूंटी में पांच, लोहरदगा में पांच, रामगढ़ में आठ मरीज हैं। बता दें कि राज्य में अब सिर्फ 476 ही एक्टिव मामले बचे हैं।
अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या घटी
राज्य के अस्पतालों में भी अब कोरोना मरीजों की संख्या घटने लगी है। रिम्स में अब कोरोना के सिर्फ दो मरीज भर्ती हैं। कोरोना के एक्टिव मरीजों की सबसे अधिक संख्या सिमडेगा में है, जहां अभी 79 मरीज हैं। रांची में 72 और जमशेदपुर 64 एक्टिव मरीज हैं। इन्हीं तीन जिलों में 50 से अधिक एक्टिव मरीज हैं।
पड़ोसी राज्यों के मुकाबले झारखंड की स्थिति बेहतर
झारखंड में कोरोना की स्थिति पड़ोसी राज्यों से बेहतर है। झारखंड में सात दिनों का औसत 72 मरीज प्रतिदिन है। वहीं बिहार में 134, यूपी में 118, पश्चिम बंगाल में 1206, ओडिशा में 2,855 और छत्तीसगढ़ में 316 मरीज मिल रोज मिल रहे हैं।
मौत भी सबसे कम
कोरोना से मौत का आंकड़ा देखें तो पड़ोसी राज्यों की तुलना में झारखंड में सबसे कम मौतें हुई हैं। झारखंड में पिछले आठ दिनों में सिर्फ छह मौत हुई। वहीं रोज का औसत देखा जाए तो ओडिशा में 49, बिहार में तीन, यूपी में 10, छत्तीसगढ़ में चार, पश्चिम बंगाल में 20 की मौत हो रही है। एक जुलाई से सात जुलाई तक झारखंड में रोज एक की औसत मौत हुई।