सागर हत्याकांड : गवाह ने मांगी सुरक्षा, कहा सुशील से जान का खतरा, बदमाश भी डर के साये में

छत्रसाल स्टेडियम के डीवीआर को अपने घर रखता था सुशील काला असौदा गिरोह के सदस्यों ने अपनी जान को बताया खतरा

सागर हत्याकांड : गवाह ने मांगी सुरक्षा, कहा सुशील से जान का खतरा, बदमाश भी डर के साये में

विस्तार
उच्च न्यायालय ने दिल्ली सरकार को ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार द्वारा हत्या के मामले में एक गवाह को सुरक्षा प्रदान करने के लिए उचित कदम उठाने का निर्देेश दिया है। याची ने सुशील और उसके साथियों से अपनी जान को खतरा बताया है। अदालत ने सरकार को गवाह सुरक्षा योजना 2018 के तहत याची को सुरक्षा प्रदान करने के लिए कदम उठाने को कहा है। 


न्यायमूर्ति सुरेश के कैत ने दिल्ली सरकार को निर्देश दिया कि वह एक सप्ताह में हत्या के इस मामले में गवाह को उक्त योजना के तहत सुरक्षा देने के लिए संबंधित अथॉरिटी के समक्ष आवेदन दे। अदालत ने साथ ही संबंधित अथॉरिटी को भी आवेदन मिलने के एक सप्ताह के भीतर फैसला लेने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि निर्णय होने तक दिल्ली पुलिस गवाह को सुरक्षा मुहैया कराएगी। कोर्ट ने इस आदेश के साथ दायर याचिका का निपटारा कर दिया।


बदमाश भी डरे हैं...
छत्रसाल स्टेडियम में गैंगस्टर काला जठेड़ी के खास सोनू महाल व सागर समेत पांच आरोपियों की बुरी तरह पिटाई करने वाले काला असौदा गिरोह के सदस्यों को अब अपनी जान को खतरा लगने लगा है। उन्हें लग रहा है कि काला जठेड़ी बदला लेने के लिए उनकी हत्या करवा सकता है। ऐसे में काला असौदा गिरोह के गिरफ्तार पांच सदस्यों ने कोर्ट व पुलिस के सामने अपनी जान को खतरा बताकर सुरक्षा देने की गुहार लगाई है। कोर्ट ने मंडोली जेल के अधिकारियों को समीक्षा कर सुरक्षा देने को कहा है। 

दूसरी तरफ, सागर हत्याकांड में फरार अन्य आरोपियों पर पुलिस शुक्रवार को इनाम की घोषणा कर सकती है। अपराध शाखा ने फरार आरोपियों पर इनाम घोषित करने के लिए पुलिस मुख्यालय फाइल भेज दी है। छत्रसाल स्टेडियम में सुशील के खास अजय ने फोन कर काला असौदा गिरोह के सात सदस्यों को बुलाया था। ये लोग भी मारपीट में शामिल थे। दिल्ली पुलिस ने इनमें से चार सदस्य भूपेंद्र, मोहित, गुलाब उर्फ पहलवान और मंजीत को गिरफ्तार कर लिया है। प्रिंस मौके से पकड़ा गया था। इन सदस्यों ने अब सुरक्षा देने की गुहार लगाई है। इनको लगता है कि काला जठेड़ी इनका कत्ल करवा सकता है। ऐसे में काला असौदा गिरोह-नीरज बवानिया गिरोह और काला-जठेड़ी-लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के बीच गैंगवार होने की आशंका बढ़ गई है।

अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुशील की जान को अब कोई खतरा नहीं है। सुशील व काला जठेड़ी का हरियाणा के एक गांव में समझौता हो गया है। इस दौरान सुशील के कुछ खास लोग भी मौजूद थे। दूसरी तरफ, दिल्ली पुलिस सागर हत्याकांड में फरार आठ से नौ लोगों पर शुक्रवार तक इनाम घोषित कर सकती है। इन पर 50 हजार रुपये तक का इनाम हो सकता है।  

सुशील को दो बार रिमांड पर लेने के बाद भी डीवीआर बरामद नहीं 
दिल्ली पुलिस को अब तक छत्रसाल स्टेडियम के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज नहीं मिली है। सुशील कुमार ने स्टेडियम में लगे सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर अपने पर लगवा रखा था। सुशील ने इस डीवीआर को गायब कर दिया है। अपराध शाखा उसे दो बार रिमांड पर लेने के बावजूद डीवीआर को बरामद नहीं कर पाई है। पुलिस के पास इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के नाम पर सिर्फ प्रिंस द्वारा मारपीट की बनाई वीडियो ही है। इसके अलावा पुलिस के पास चार पीड़ितों समेत सात से आठ गवाह हैं।