ग्राउंड रिपोर्ट : दिल्ली के बाजारों और सड़कों पर हर कदम टूट रहा है कोविड प्रोटोकॉल
कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका के बावजूद अनलॉक-3 में दिल्ली कोविड प्रोटोकॉल तोड़ती दिख रही है। दूसरी लहर का दंश झेलने के बाद भी सड़कों व बाजारों में हालात नहीं बदले हैं। बाजार, परिवहन, सार्वजनिक पर्यटन स्थल, धार्मिक स्थल, होटल, रेस्तरां और बाकी सब कुछ खुलते जाने के क्रम में लापरवाही हर तरफ दिख रही है। हालात नाजुक होते देख दिल्ली हाईकोर्ट ने भी शुक्रवार को इस पर चिंता जाहिर की। साथ ही संबंधित एजेंसियों को सख्ती बरतने की नसीहत दी। अमर उजाला संवाददाता आदित्य पांडेय व शुभम बंसल ने बाजारों का जायजा लिया। पेश है रिपोर्ट...
सदर बाजार-एक-दूसरे को रगड़कर इधर-उधर भाग रहे थे लोग
सदर बाजार अपनी प्रकृति के अनुरूप नजर आया। लोग कोरोना से बेफिक्र दिखाई दिए। मेन रोड पर भारी भीड़भाड़ थी। मजदूर ठेले और कंधे पर सामान लादे इधर-उधर भागते दिखे। खरीदारी करने आए लोगों की संख्या भी कम नहीं थी। सड़क पर पैदल चलना आसान नहीं था। यहां चाहकर भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना मुश्किल था। बाजार के मेन रोड को रस्सियों से बांटा गया था, ताकि लोग एक तरफ से आएं और दूसरी तरफ से जा सकें, लेकिन बावजूद इसके यहां हर दस कदम पर जाम लग रहा था। मोटरसाइकिल, साइकिल और पैदल जाने वाले सभी तेजी से जाने की जल्दबाजी में थे। सब एक-दूसरे को रगड़ते हुए इधर उधर भाग रहे थे। लगभग सभी के चेहरे पर मास्क लगा दिखा, लेकिन बाजार में एक भी सुरक्षा कर्मी या सिविल डिफेंस कर्मी नजर नहीं आया। दुकानों में भीड़भाड़ दिखी, लेकिन कहीं सैनिटाइजेशन जैसे इंतजाम नहीं नजर आए।
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करोल बाग मेन मार्केट- पूरी मार्केट में बैरीकेडिंग, सीसीटीवी से निगरानी
करोल बाग मार्केट के सभी हिस्सों में एमसीडी ने बैरीकेडिंग कर रखी थी। मार्केट में केवल पैदल जाने की अनुमति थी। मोटर पार्ट्स मार्केट से होते हुए बाजार में आगे घुसे तो हर जगह हल्की भीड़ ही नजर आई। कई लोगों ने मास्क नहीं लगा रखा था। कुछ दुकानों पर भीड़भाड़ भी दिखी, लेकिन दुकानों के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता नजर नहीं आया। इसके आगे सर्राफा मार्केट में सड़कों पर कुछ खास भीड़ नहीं थी। दिल्ली की सबसे बड़ी सर्राफा मार्केट के अंदर दुकानें भी कम खुली थीं, जो दुकानें खुली थीं उनमें ग्राहक नजर नहीं आए। बाजार का पूरा चक्कर लगाते हुए कपड़ा मार्केट में पहुंचे, यहां पर कुछ हद तक भीड़भाड़ थी। यहां सर्वाधिक युवा वर्ग दुकानों के अंदर कपड़े छांटता दिखाई दिया। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन यहां भी नहीं हो रहा था। मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष कशिश अरोड़ा ने बताया कि यहां पर बैरीकेडिंग लगे होने के कारण ग्राहक कम आ रहे हैं। सीसीटीवी की फुटेज दिखाते हुए बताया कि पूरे बाजार पर सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है।
सरोजनी नगर मार्केट- पुलिस को देखकर सामान समेटने लगे दुकानदार
सरोजनी नगर मार्केट में लगे मेटल डिटेक्टर बंद पड़े थे, सुरक्षाकर्मी भी नहीं था। दूसरे गेट पर सीआईएसएफ के दो जवान ड्यूटी पर थे। बाजार में स्थायी दुकानें खुली थीं, लेकिन यहां लगने वाला पटरी बाजार बंद था। भीड़भाड़ पहले की तरह नहीं दिखी लेकिन कपड़े, फुटवियर और साज शृंगार की दुकानों पर भीड़ थी। पुलिस की एक टीम अंदर जांच कर रही थी, इसे देखकर दुकानदार बाहर तक लगाए सामान को समेट रहे थे। कई दुकानदारों के चालान भी पुलिस ने काटे। बाजार के दूसरी तरफ सिविल डिफेंस कर्मी चहलकदमी करते नजर आए। बाजार में युवतियों और महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। अधिकतर ने मास्क लगा रखा था, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन यहां होता नहीं दिखा। किसी भी दुकान में सैनिटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था भी नहीं दिखी।
बस स्टॉप-टर्मिनल पर नियमों की अनदेखी
अनलॉक-3 में मिली छूट के बाद भी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी एहतियातों के पालन में फिर कोताही बरती जा रही है। लोग न तो बस स्टॉप और न ही टर्मिनल पर सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं। इससे बसों में सफर करने वाले यात्रियों की चिंता बनी हुई है। शुक्रवार को तालकटोरा रोड, धौला कुआं और शिवाजी स्टेडियम पर बसों का इंतजार कर रहे यात्री सोशल डिस्टेंसिंग का ठीक तरह से पालन नहीं कर रहे थे। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली की भयावह स्थिति के बावजूद नियमों के पालन में कोताही बरत रहे हैं। बसों में अधिकतम 17 यात्री सफर कर सकते हैं। बसों के अंदर तो नियमों का पालन किया जा रहा है, लेकिन बस स्टॉप या टर्मिनल पर सुबह और शाम के वक्त यात्रियों की संख्या काफी अधिक होती है। ऐसे में सामाजिक दूरी का पालन न होने का असर बस यात्रियों पर पड़ने की आशंका बनी हुई है।