स्मारक घोटाला : बाबू सिंह कुशवाहा और नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर विजिलेंस का शिकंजा, पूछताछ के लिए बुलाया
दोनों ही पूर्व मंत्रियों को नोटिस भेजकर इसी महीने हाजिर होने के लिए कहा गया है। दोनों ही नेता बसपा से निष्कासित हो चुके हैं। बाबू सिंह कुशवाहा फिलहाल किसी पार्टी में नहीं हैं जबकि नसीमुद्दीन सिद्दिकी कांग्रेस में मीडिया प्रभारी हैं।
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सतर्कता अधिष्ठान ने स्मारक घोटाला मामले में बसपा सरकार के दो पूर्व मंत्रियों बाबू सिंह कुशवाहा और नसीमुद्दीन सिद्दीकी को इस माह के तीसरे सप्ताह में पूछताछ के लिए बुलाया है। बसपा दोनों नेताओं को पहले ही पार्टी से निष्कासित कर चुकी है। वर्तमान में बाबू सिंह किसी पार्टी में नहीं हैं। जबकि सिद्दीकी कांग्रेस में मीडिया प्रभारी हैं।
मायावती के शासनकाल में 4200 करोड़ रुपये का स्मारक घोटाला हुआ था। विजिलेंस ने इसी मामले में कुशवाहा व नसीमुद्दीन को नोटिस भेजा है। सूत्रों का कहना है कि इन दोनों ही पूर्व मंत्रियों ने कंसोर्टियम के लिए जो कैबिनेट नोट तैयार किए थे, उसमें इनके हस्ताक्षर थे। उसी से संबंधित सवालों के जवाब देने के लिए दोनों पूर्व मंत्रियों को बुलाया गया है। इनके अलावा निर्माण निगम के कुछ अन्य इंजीनियरों व यूनिट इंचार्ज को भी नोटिस भेजा गया है।