अमेरिका में भी Short Dress बनी मुसीबत, Model का आरोप- ‘कपड़ों की वजह से Flight में नहीं मिली जगह’

तुर्की छोड़कर अमेरिका आई एक मॉडल ने अमेरिकन एयरलाइन पर कपड़ों के आधार पर भेदभाव का आरोप लगाया है. मॉडल का कहना है कि एयरलाइन स्टाफ ने उनके छोटे कपड़ों पर टिप्पणी करते हुए उन्हें फ्लाइट में सवार होने से रोक दिया. सोशल मीडिया पर एयरलाइन के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट रहा है.

अमेरिका में भी Short Dress बनी मुसीबत, Model का आरोप- ‘कपड़ों की वजह से Flight में नहीं मिली जगह’

वॉशिंगटन: ‘आधुनिक’ अमेरिका (America) में भी कपड़ों को लेकर महिलाओं (Women) को निशाना बनाया जाता है. ऐसी ही एक घटना से बॉडीबिल्डर और फिटनेस मॉडल डेनिज सैपिनार (Deniz Saypinar) का सामना हुआ. तुर्की (Turkey) छोड़कर अमेरिका में बसीं सैपिनार का आरोप है कि छोटे कपड़ों का हवाला देते हुए अमेरिकन एयरलाइन (American Airlines) के स्टाफ ने उन्हें फ्लाइट में चढ़ने से रोक दिया. सैपिनार ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस घटना की जानकारी साझा की है, जिसके बाद से लोग एयरलाइन के खिलाफ गुस्सा जाहिर कर रहे हैं.   

US के Texas हुई घटना

‘डेली मेल’ की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की की बॉडीबिल्डर और फिटनेस मॉडल डेनिज सैपिनार (Turkish Bodybuilder and Fitness Model Deniz Saypinar) के साथ यह घटना अमेरिका के टेक्सास में हुई. सैपिनार का कहना है कि मियामी के लिए अपनी उड़ान में सवार होने से उन्हें प्रतिबंधित कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि एयरलाइन स्टाफ का कहना था कि चूंकि उनके कपड़े उपयुक्त नहीं हैं, इसलिए उन्हें फ्लाइट में सवार होने नहीं दिया जा सकता.

इसलिए छोड़ा था Turkey 

सैपिनार ने अपने इंस्टाग्राम पर कहा कि वो तुर्की की रूढ़िवादी सोच से बचने के लिए अपना देश छोड़कर अमेरिका आई थीं, लेकिन यहां भी उन्हें ऐसी सोच का सामना करना पड़ रहा है. मॉडल के मुताबिक, वे फोर्ट वर्थ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर फंस गईं थीं, क्योंकि अमेरिकन एयरलाइंस के फ्लाइट अटेंडेंट ने उन्हें विमान में यात्रा करने से रोक दिया था.

Dress के आधार भेदभाव क्यों?

सैपिनार प्रसिद्ध फिटनेस मॉडल, उद्यमी और सोशल मीडिया पर्सनैलिटी हैं, जो तुर्की में IFBB  यानी इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ बॉडीबिल्डर्स का दर्जा प्राप्त करने वाली पहली महिला थीं. हालांकि, सैपिनार ने यह नहीं बताया कि यह घटना कब की है. सोशल मीडिया पर उनके फॉलअर्स एयरलाइन्स को निशाना बना रहे हैं, उनका कहना है कि कपड़ों के आधार पर किसी से भेदभाव कैसे किया जा सकता है.