नामचीन वारेन बफेट का बड़ा फैसला:मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के ट्रस्टी पद से इस्तीफा दिया, तलाक के बाद फाउंडेशन में हुई उथल-पुथल को बताया वजह
दुनिया के नामचीन निवेशक, रईस और दानदाता वारेन बफेट ने बिल और मेलिंडा गेट्स के फाउंडेशन में ट्रस्टी के पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके पीछे इस चैरिटी के दोनों नामचीनों के बीच हुआ तलाक और उसके बाद हुई उथल-पुथल को वजह बताया जा रहा है। वारेन बफेट ने कहा कि मेरा उद्देश्य 100% वही है जो फाउंडेशन का है।
बफेट गेट्स फाउंडेशन के तीन बोर्ड सदस्यों में बिल और मेलिंडा गेट्स के अलावा तीसरे व्यक्ति थे। पिछले माह बिल और मेलिंडा ने 27 वर्षों के वैवाहिक जीवन के बाद तलाक लेने का फैसला किया था। फाउंडेशन के मुताबिक दान के पैसों के निवेश के फैसलों में बफेट की कोई सहभागिता नहीं थी।
उम्र में काफी अंतर होने के बावजूद वारेन बफेट और बिल गेट्स काफी लंबे समय से अच्छे दोस्त रहे हैं। बिल गेट्स पहले बर्कशायर के बोर्ड में थे और पिछले साल उन्होंने पद छोड़ने का ऐलान किया था। बर्कशायर से सीईओ वारेन बफेट ने 2006 में अपनी संपत्ति का काफी बड़ा हिस्सा बिल और मेलिंडा गेट्स के फाउंडेशन में दान कर दिया था।
बफेट का मानना था कि बिल और मेलिंडा गेट्स उनसे कही ज्यादा अच्छी तरह से चैरिटी का काम कर रहे थे। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वारेन बफेट पिछले 15 वर्षों में अपने निजी धन में से 27 अरब डॉलर (2 लाख करोड़ रुपए) से अधिक का दान कर चुके हैं। 2006 में उन्होंने घोषणा की थी कि वे बर्कशायर हैथवे में अपने सारे शेयरों को चैरिटी में दे देंगे। बुधवार को उन्होंने घोषणा की कि उनका आधा लक्ष्य तय हो चुका है।