सिलेबस में कोई बदलाव नहीं, जेईई मेन में 90 में से 75 प्रश्न हल करने का ऑप्शन

शिक्षा मंत्रालय द्वारा आज 19 जनवरी को जारी विज्ञप्ति के अनुसार शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के दाखिले के लिए लिए इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा के लिए निर्धारित सिलेबस पिछले वर्ष की तरह ही समान रहेगा और इसमें किसी भी प्रकार की कमी नहीं की जाएगी।

सिलेबस में कोई बदलाव नहीं, जेईई मेन में 90 में से 75 प्रश्न हल करने का ऑप्शन

सरकार ने इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं को लेकर महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। शिक्षा मंत्रालय द्वारा 19 जनवरी 2021 को जारी की गयी विज्ञप्ति के अनुसार शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में दाखिले के लिए इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा के लिए निर्धारित सिलेबस पिछले वर्ष की तरह ही समान रहेगा और इसमें किसी भी प्रकार की कमी नहीं की जाएगी। हालांकि, जेईई मेन परीक्षा में इस बार एग्जाम पैटर्न में बदलाव किया गया है। शिक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति के मुताबिक उम्मीदवारों को प्रश्नों को हल करने के लिए विकल्प दिया जाएगा। इसके अनुसार, जेईई मेन 2021 परीक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स विषयों के 30-30 प्रश्नों समेत कुल 90 प्रश्न होंगे। इन प्रश्नों में से उम्मीदवारों को तीनों विषयों के 25-25 प्रश्नों समेत कुल 75 प्रश्न ही सॉल्व करने होंगे। बता दें कि इससे पहले जेईई मेन परीक्षा में तीनों विषयों से कुल 75 प्रश्न होते थे और उम्मीदवारों के लिए सभी प्रश्न अनिवार्य होते थे।

नीट 2021 एग्जाम पैटर्न भी बदला

शिक्षा मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित की जाने वाली जेईई मेन और नीट परीक्षाओं के लिए वर्ष में 2021 में नये एग्जाम पैटर्न की घोषणा की गयी है। शिक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार जेईई मेन 2021 के नये एग्जाम पैटर्न के अनुसार ही नीट (यूजी) 2021 परीक्षा के लिए भी उम्मीदवारों को प्रश्नों के विकल्प दिये जाएंगे। हालांकि, नीट 2021 एग्जाम पैटर्न को लेकर पूरी जानकारी अभी जारी की जानी है। वहीं, इससे पहले शिक्षा मंत्री ने 18 जनवरी को केंद्रीय विद्यालयों के स्टूडेंट्स का साथ एक वेबनार के दौरान जेईई मेन और नीट परीक्षाओं के लिए सिलेबस में कमी किये जाने की संभावना से इनकार किया था।

जेईई के लिए 75 फीसदी अनिवार्य नहीं

शिक्षा मंत्रालय द्वारा जेईई मेन 2021 और नीट 2021 के लिए सिलेबस और एग्जाम पैटर्न को लेकर की गयी घोषणाओं के साथ ही साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने 19 जनवरी को ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि जेईई 2021 परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए 12वीं में 75 फीसदी अंक प्राप्त होने की अनिवार्यता को वर्ष शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए हटा दिया गया है।