अमेरिका के विदेश मंत्री पोंपियो बोले- उइगर मुस्लिमों के खिलाफ नरसंहार कर रहा चीन
पोंपियो ने मंगलवार को राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथ ग्रहण से 24 घंटे पहले चीन पर निशाना साधा। बाइडन टीम की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है हालांकि अतीत में इस तरह के पदनाम के लिए कई सदस्यों की सहानुभूति रही है।
अमेरिका में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथ ग्रहण में 24 घंटे से भी कम समय रह गया है। इस बीच, अमेरिकी प्रशासन से विदा ले रहे विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने चीन पर शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों और अन्य अल्पसंख्यकों के नरसंहार का आरोप लगाया है। पोंपियो ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि उपलब्ध साक्ष्यों का सावधानी पूर्वक अध्ययन करने के बाद मैं इस नतीजे पर पहुंचा हूं कि कम्युनिस्ट पार्टी के नियंत्रण में चीन शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों और अन्य अल्पसंख्यक धार्मिक समूहों का नरसंहार कर रहा है। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि यह नरसंहार जारी है। हम इस बात के गवाह हैं कि उइगर समुदाय को खत्म करने के लिए व्यवस्थित प्रयास किया जा रहा है। पोंपियो ने कहा, अमेरिका चीन से तत्काल मनमाने ढंग से हिरासत में लिए गए सभी लोगों को रिहा करने की मांग करता है।
चीन और पाकिस्तान में तकरार से सीपीईसी सम्मेलन में देरी
बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव (बीआरआइ) को लेकर चीन और पाकिस्तान के बीच तकरार के कारण चीन-पाकिस्तान इकोनामिक कोरीडोर (सीपीईसी) के द्विवार्षिक शिखर सम्मेलन में देरी हो रही है।निक्केइ एशिया के अदनान आमिर ने लिखा है कि सीपीईसी का मुख्य निर्णायक निकाय- संयुक्त सहयोग कमेटी (जेसीसी) की पिछली बैठक नवंबर 2019 में हुई थी। इसकी 10वीं बैठक 2020 की शुरुआत में ही होनी थी, जो अब तक नहीं हो सकी है। पूर्व में जेसीसी की बैठकें समय पर होती रही हैं और अधिकांश मौकों पर चीन इस्लामाबाद का आग्रह स्वीकार करता रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि जेसीसी की बैठक में देरी से सीपीईसी बेपटरी हो रही है।