Bihar Politics: आज अमित शाह से जीतनराम मांझी की हाेगी मुलाकात, CM नीतीश भी दिल्‍ली में हीं मौजूद

दिल्‍ली में इन दिनों बिहार के तीन बड़े नेताओं का प्रवास है। मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार व पूर्व मुख्‍यमंत्री लालू प्रसाद यादव पहले से हैं। इस बीच आज पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतनराम मांझी की मुलाकात आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से होने जा रही है।

Bihar Politics: आज अमित शाह से जीतनराम मांझी की हाेगी मुलाकात, CM नीतीश भी दिल्‍ली में हीं मौजूद

हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi) की मंगलवार की रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Minister of Home Affairs Amit Shah) के साथ होने वाली मुलाकात नहीं हो सकी। हम की ओर से पहले बताया गया कि रात नौ बजे अमित शाह के आवास पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और महासचिव भूपेंद्र यादव के साथ उनकी बैठक होने वाली है। इसमें मांझी के बेटे व बिहार के लघु जल संसाधन मंत्री संतोष सुमन (Minister Santosh Kumar Suman) भी उपस्थित होंगे, मगर रात आठ बजे बैठक स्थगित होने की सूचना दी गई। खास बात यह है कि मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार भी अभी दिल्‍ली में ही हैं।

पोस्‍ट कोविड उपचार के लिए मांझी गए हैं दिल्‍ली 

हम के अनुसार, जीतन राम मांझी अब बुधवार को अमित शाह से मुलाकात करेंगे। मालूम हो कि मांझी पोस्ट कोविड इलाज (Post Covid Treatment) के सिलसिले में पिछले दो दिनों से नई दिल्ली में हैं। गंगाराम अस्पताल के डाक्टर उनका इलाज कर रहे हैं। इधर मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) भी आंखों का ऑपरेशन कराने के लिए दिल्‍ली गए हुए हैं। ऐसे में बिहार के दो बड़े नेताओं का दिल्‍ली में होना राजनीतिक जानकारों के उत्‍सुकता का विषय बना हुआ है। वहीं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी दिल्‍ली में इलाजरत हैं। 

बिहार के तीन बड़े नेताओं का दिल्‍ली में इलाज 

मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व सीएम लालू प्रसाद और पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतन राम मांझी इस समय दिल्‍ली में हैं। ऐसे में देा पूर्व और एक वर्तमान सीएम का देश की राजधानी में होना काफी मायने भी रखता है। खास बात यह है कि तीनों अपने स्‍वास्‍थ्‍य को लेकर दिल्‍ली में हैं। नीतीश के दिल्‍ली जाने पर विपक्षी दलों ने सवाल भी खड़े किए थे कि क्‍या बिहार की चिकित्‍सा व्‍यवस्‍था इस लायक नहीं कि सीएम यहां इलाज करा सकें। हालांकि कारण बताया गया कि जिस व्‍यवस्‍था से उनका उपचार हुआ, वह अभी बिहार में विकसित नहीं हो सका है।