Bihar Politics: आरसीपी आज छोड़ेंगे जदयू अध्‍यक्ष की कुर्सी! दावेदारों में एक और नाम चर्चा में आया

Bihar Politics दिल्ली के जंतर-मंतर स्थित जदयू के राष्ट्रीय कार्यालय में शनिवार को होने वाली जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी अकारण नहीं है। माना जा रहा कि सबसे पहला एजेंडा पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने का है। इस पद के लिए कई नाम चर्चा में हैं।

Bihar Politics: आरसीपी आज छोड़ेंगे जदयू अध्‍यक्ष की कुर्सी! दावेदारों में एक और नाम चर्चा में आया

दिल्ली के जंतर-मंतर स्थित जदयू के राष्ट्रीय कार्यालय में शनिवार को यानी आज होने वाली जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक अकारण नहीं है। माना जा रहा कि सबसे पहला एजेंडा पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने का है। बताया जा रहा है कि मौजूदा अध्‍यक्ष आरसीपी सिंह (JDU President and Central Minister RCP Singh) को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के बाद एक व्‍यक्ति, एक पद के सिद्धांत के आधार पर पार्टी के लिए नया अध्‍यक्ष चुना जा सकता है। नए अध्‍यक्ष के लिए अब तक चार नाम चर्चा में आ चुके हैं। इनमें दो नाम तो चौंकाने वाले हैं। बैठक में बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar), उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) और ललन सिंह (Lalan Singh) जैसे नेता भी शिरकत करेंगे।

आरसीपी स्वयं छोड़ देंगे राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद

अंदरखाने चर्चा है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह खुद अध्यक्ष पद छोड़ देंगे। कहा जा रहा कि आरंभ में जब राष्ट्रीय कार्यकारिणी की तारीख तय हुई, तभी उन्हें संदेश चला गया था कि पार्टी एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत से इधर-उधर नहीं जाएगी।

अंदरखाने की चर्चा में कई दिग्गजों का जिक्र

कहा जा रहा कि जदयू लोकसभा में अपने संसदीय दल के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान सौंप सकती है। वह नीतीश कुमार के करीबी होने के साथ चुनाव प्रबंधन में महारत रखते हैं। उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद किसी अति पिछड़ा या पिछड़ा वर्ग के सांसद को लोकसभा में जदयू संसदीय दल के नेता का पद सौंपे जाने का भी राजनीतिक निहितार्थ तलाशा जा रहा।

उपेंद्र कुशवाहा और वशिष्‍ठ नारायण की भी चर्चा

उपेंद्र कुशवाहा का नाम भी चर्चा में है। वैसे जदयू के लोगों का कहना है कि पार्टी के लोग चाहते हैं कि वह प्रदेश स्तर पर अधिक सक्रिय दिखें। बशिष्ठ नारायण सिंह का नाम भी चर्चा में है। यह भी कहा जा रहा कि नीतीश कुमार कार्यकारी व्यवस्था के तहत फिलहाल खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की कमान अपने हाथ ले सकते हैं। वैसे पार्टी के वरीय नेता इससे इन्कार कर रहे।