Bihar Weather Forecast: बिहार में 24 घंटे के अंदर बदलेगा मौसम, बंगाल की खाड़ी में बन रहा चक्रवात
Bihar Weather Alert उत्तर प्रदेश में चक्रवात बनने से मंगलवार को बिहार के अधिकांश भागों में बादल छाये रहे। कहीं कहीं झमाझम बारिश भी हुई। आज भी बारिश होने संभावना है। बारिश के मद्देनजर मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तर बिहार में येलो अलर्ट जारी कर दिया है।
बिहार के मौसम का मिजाज अगले 24 घंटों में बदलेगा। राज्य के अधिकांश भागों में बादल छाए हैं। कुछ जगहों पर हल्के से मध्यम स्तर के बारिश भी हुई। बंगाल की खाड़ी में अगले दो दिनों में चक्रवात बनने के आसार हैं। मंगलवार को सर्वाधिक बारिश उत्तर बिहार के जयनगर में सौ मिमी बारिश दर्ज की गईं। वही अररिया में 70, बक्सर व बांका में 60 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विज्ञानियों की मानें तो राज्य के मौसम में अगले 48 घंटों में राज्य के विभिन्न जगहों पर हल्के से मध्यम स्तर के बारिश के साथ आकाशीय बिजली चमकने की संभावना है। बुधवार को सुबह में राजधानी समेत कुछ जगहों पर हल्की धूप निकलने के साथ आंशिक रूप से बादल छाए हैं।
सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार
मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटे में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। बिहार के सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान एक दो स्थानों पर भारी बारिश को लेकर भी अलर्ट किया गया है। मौसम विभाग ने अलर्ट किया है कि बारिश के खराब मौसम में लोग घर से बाहर सावधानी के साथ निकले। इस दौरान गरज के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है।
ऐसे हो रहा मौसम में बदलाव
मौसम विभाग के मुताबिक मानसून ट्रफ रेखा गंगा नगर, दिल्ली, हरदोई, डाल्टनगंज, मेरनीपुर होते हुए दक्षिण पूर्व से बंगाल की खाड़ी के उत्तर की तरफ गुजर रही है। इसके साथ ही एक चक्रवाती परिसंचरण भी बंगला देश तथा उसके आस पास बना हुआ है। नमी का एक कारक भी बंगाल की तरफ से बन रहा है। इस सभी मौसमी कारकों के प्रभाव से पूरे बिहार में अनेक स्थानों पर अगले 48 घंटे के दौरान हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज का अनुमान है।
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर बिहार के पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, मधेपुरा, सुपौल, सहरसा, खगड़िया और बेगूसराय और दक्षिण पश्चिम बिहार के बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल में एक दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी है। इस मौसम को देखते हुए आम जन से अपील की गई है कि वह सतर्क रहें। विभाग ने आने वाले 24 घंटे में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। बिहार के सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। हालांकि 48 घंटे बाद मानसून फिर तरसाएगा जिससे दिन के तापमान में बढ़ोत्तरी होगी। मौसम का यह उतार चढ़ाव लोगों की बीमारी का भी कारण बन सकता है।
मंगलवार को भी कई जिलों में हुई बारिश
उत्तर प्रदेश में चक्रवात बनने से मंगलवार को बिहार के अधिकांश भागों में बादल छाये रहे। कहीं कहीं झमाझम बारिश भी हुई। मंगलवार को पूर्व बिहार में वज्रपात की चपेट में आने से आठ लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में बांका के पांच, जमुई के दो व भागलपुर के एक व्यक्ति शामिल है। इन जिलों में सुबह से ही आधे दिन तक बारिश होती रही। मंगलवार को राज्य में सर्वाधिक बारिश उत्तर बिहार के जयनगर में हुई। यहां 100 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। वहीं अररिया में 70, बक्सर एवं बांका 60 मिलीमीटर बारिश हुई।
बिहार के अधिकांश भागों में सामान्य रहा तापमान
प्रदेश के अधिकांश भागों में मंगलवार को राजधानी का तापमान सामान्य रहा। आज सुबह से ही राजधानी समेत प्रदेश का मौसम बदलता रहा। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मानसून के दौरान यह सामान्य बात है।
बिहार में बारिश से नदियों में उफान, वज्रपात से आठ की मौत
पिछले दो दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश से बिहार की कई नदियां उफान पर हैं। उनके जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है। वहीं आकाशी बिजली की चपेट में आने से आठ लोगों की मौत हो गई जबकि पूर्वी चंपारण के हरसिद्धि में स्नान के दौरान डूबने से तीन किशोरों की जान चली गई। पश्चिम चंपारण में गंडक और बरसाती नदियां एक बार फिर कहर बरपा रही हैं। अलग-अलग प्रखंडों में करीब 100 गांव पहाड़ी नदियों की चपेट में आ गए हैं। पूर्वी चंपारण में पंडई, सिकरहना, लालबकेया का कहर जारी है। कई इलाकों में फिर पानी भरने लगा है। शिवहर में बागमती के जलस्तर में उफान आ गया है।
पिपराही प्रखंड के बेलवा घाट में डैम सुरक्षा तटबंध में रिसाव होने लगा है। जल संसाधन विभाग की टीम मजदूरों की मदद से रिसाव को ठीक करने में लगी है। मधुबनी में धौंस, यमुनी, रातो, कोसी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। कमला खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। दरभंगा के गांवों में कोसी और कमला नदी से कटाव हो रहा है। वहीं मुजफ्फरपुर में गंडक, बूढ़ी गंडक और बागमती का प्रकोप जारी है। गायघाट, औराई, कटरा में बागमती का पानी फैल रहा, जबकि बूढ़ी गंडक के जलस्तर में आंशिक वृद्धि होने से शहर के निचले इलाकों में पानी का दबाव बढ़ गया है। समस्तीपुर-दरभंगा लाइन पर गंडक का दबाव है, हालांकि ट्रेनों का परिचालन सामान्य है।