Karnataka LIVE: बसवराज बोम्मई ने कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, बताई आगामी रणनीति
बसवराज बोम्मई इस साल के शुरुआत में ही कर्नाटक के गृह मंत्री बनाए गए थे। हालांकिअब भाजपा ने उन्हें बड़ा मौका देते हुए सीएम की कुर्सी पर बैठा दिया है। उन्होंने सीएम बनने के साथ ही अपनी हालिया रणनीति पर भी बात की है।
बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के रूप में बसवराज बोम्मई के शपथ ले ली है। बसवराज बोम्मई ने कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री के रूप में बुधवार को तय समय अनुसार सुबह 11 बजे शपथ ली। सीएम पद की शपथ लेने के लिए बोम्मई राजभवन पहुंच थे। उनके साथ बीएस येदियुरप्पा भी साथ रहे। कर्नाटक के सीएम पद की शपथ लेने से पहले बसवराज बोम्मई ने बेंगलुरु में केंद्रीय भाजपा पर्यवेक्षक और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा से मुलाकात की थी। बता दें कि बोम्मई की गिनती शक्तिशाली लिंगायत नेता और येदियुरप्पा के करीबी विश्वासपात्रों में होती है।
बसवराज बोम्मई इस साल के शुरुआत में कर्नाटक के गृह मंत्री बनाए गए थे। वहीं, उन्होंने सीएम बनने के साथ ही अपनी हालिया रणनीति पर भी बात की है। उनके मुताबिक, वे शपथ गृहण समारोह के बाद कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता करने वाले हैं। साथ ही कोरोना सहित अन्य मामले पर अधिकारियों से बात करेंगे।
उन्होंने बताया, 'मैं आज कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता करूंगा। उसके बाद, मैं राज्य में COVID-19 और बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करूंगा।' बता दें कि 61 वर्ष के बसवराज बोम्मई का जन्म 28 जनवरी 1960 को हुबली में हुआ था। पूर्व मुख्यमंत्री एसआर बोम्मई के पुत्र बसवराज कर्नाटक में भाजपा के बड़े नेताओं में शुमार हैं। बोम्मई की पत्नी का नाम चेन्नम्मा हैं और उनके दो बच्चे हैं।
बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं, उसके बाद केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और जी किशन रेड्डी भी बेंगलुरु पहुंचे थे। जहां बीते दिन केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और जी किशन रेड्डी के साथ विधायकों और राज्य के मंत्रियों की बैठक हुई थी, जिसमें बीएस येदियुरप्पा भी शामिल हुए थे। इस मीटिंग के दौरान ही अगले सीएम के लिए बसवराज बोम्मई को चुना गया। बता दें कि नए सीएम के लिए कई नामों को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। इसमें बसनगौड़ा रामनगौड़ा पाटिल यतनाल, अरविंद बेलाड और मुरुगेश निरानी जैसे नाम सामने आ रहे थे।