LRSAM मिसाइलों का अंतिम उत्पादन बैच शुरू, लंबी दूरी तक सतह से हवा में मार करने में सक्षम
एलआरएसएएस मिसाइल का अंतिम उत्पादन बैच रविवार को ए पी जे अब्दुल कलाम मिसाइल परिसर में शुरू किया गया है। यह लंबी दूरी तक सतह से हवा में मार करने में सक्षम है। डीआरडीओ ने औद्योगिक साझेदारों के साथ मिलकर इसका डिजायन तैयार किया है।
लंबी दूरी तक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (Long Range Surface-to-Air Missile) का अंतिम उत्पादन बैच रविवार को यहां ए पी जे अब्दुल कलाम मिसाइल परिसर (A P J
Abdul Kalam Missile Complex) के डीआरडीएल में शुरू किया गया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने औद्योगिक साझेदारों के साथ मिलकर इसका डिजायन तैयार किया है और इसे विकसित किया है तथा बीडीएल द्वारा एकीकृत किया गया है।
एक रक्षा विज्ञप्ति के अनुसार रविवार को इस मौके पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव एवं डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी तथा डिफेंस मशीन डिजायन प्रतिष्ठान के निदेशक रियर एडमिरल वी राजशेखर भी मौजूद थे। डीआरआडी ने नौसेना के नवीनतम जहाजों को लैस करने के लिए मेसर्स एयरोस्पेस के साथ मिलकर इसे विकसित किया है। एलआरएसएएम मिसाइल प्रणाली जंगी विमानों, सबसोनिक और सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों समेत हवा में लक्ष्यों के विरूद्ध बचाव प्रदान कर सकती है।
किसी भी बड़े उत्पाद को अलग-अलग हिस्सों में तैयार किया जाता है, जिसे उत्पादन बैच कहते हैं। इसमें किसी हिस्से में खराबी आने पर उसे सुधारना आसान होता है। अंतिम उत्पादन बैच का मतलब है कि अब मिसाइल कोई पार्ट तैयार करना शेष नहीं रहेगा।