कोरोना महामारी के दौर में इन स्किल्स को करें मजबूत, जॉब मिलने में नहीं होगी परेशानी

देश भर में भले ही कोरोना टीकाकरण का सबसे बड़ा अभियान शुरू हो गया है लेकिन बीते साल में कोरोना महामारी ने लोगों के जो घाव दिए हैं उससे उबर पाना नामुमिकन है। दुनिया भर के करोड़ों लोगों की नौकरियां चली गई हैं।

कोरोना महामारी के दौर में इन स्किल्स को करें मजबूत, जॉब मिलने में नहीं होगी परेशानी

देश भर में भले ही कोरोना टीकाकरण का सबसे बड़ा अभियान शुरू हो गया है लेकिन बीते साल में कोरोना महामारी ने लोगों के जो घाव दिए हैं, उससे उबर पाना नामुमिकन है। दुनिया भर के करोड़ों लोगों की नौकरियां चली गई हैं। हालांकि अब धीरे-धीरे फिर जिंदगी फिर पटरी पर आने लगी है। वहीं अब नौकरी के मामले में भी हालात सुधरने लगे हैं। ऐसे में हम आपको कुछ ऐसी स्किल्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कोविड-19 महामारी के दौरान आपको जॉब दिलाने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं इन स्किल्स के बारे में।

इमोशनल इंटेलिजेंस

कोरोना महामारी के दौर ने लोगों को आर्थिक ही नहीं बल्कि भावनात्मक रूप से भी तोड़ दिया था। इसलिए कंपनियां अब ऐसे लोगों की तलाश कर रही है, जो न केवल बौद्धिक रूप से बल्कि भावनात्मक रूप से भी मजबूत होना चाहिए। कंपनियां चाहती हैं कि उम्मीदवार के भीतर विपरीत परिस्थितियों से निपटने की कला और शांति से निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए। इसलिए उम्मीदवार का न केवल आईक्यू अच्छा हो बल्कि वे इमोशनल तौर पर भी मजबूत हो।

निर्णय लेने की क्षमता

कोविड- 19 संक्रमण के दौर में कंपनियां ऐसे उम्मीदवारों को तरजीह दे रही हैं, जिनके भीतर विपरीत परिस्थितियों में भी निर्णय लेने की क्षमता हो। कंपनियां चाहती हैं कि उम्मीदवारों को पता हो कि इस संकट की घड़ी से कैसे बाहर आना है और वे बिना डरे कोई फैसला ले सकें। इसके अलावा वे अपने साथ-साथ विभिन्न प्रकार के लोगों को जोड़कर काम को सही और सुचारू रूप से करा सकें।

रिस्क मैनेजमेंट एंड प्रॉब्लम सॉल्व

कोविड-19 संक्रमण के दौरान कंपिनयों को सर्वाइव करना मुश्किल हो गया है, उन्हें तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में कंपनियां उम्मीदवारों के भीतर चाहती हैं कि उनके भीतर रिस्क मैनेजमेंट और प्रॉब्लम सॉल्व करने का गुण होना चाहिए। बतौर बेहतर क्राइसिस मैनेजर उम्मीदवारों को बदलती प्राथमिकताओं के साथ समस्या और फिर उनका समाधान खोजने का गुण होना चाहिए।