जानिए ट्रंप के खिलाफ महाभियोग ट्रायल में आरोपों और बचाव पक्ष की दलीलों में कितना है दम ?

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ लाए गए महाभियोग का ट्रायल अमेरिका में जारी है. बुधवार की सुनवाई में सीनेट का माहौल काफी गर्म हो गया। इस दौरान कैपिटल हिल में हिंसा के वीडियो भी दिखाए गए।

जानिए ट्रंप के खिलाफ महाभियोग ट्रायल में आरोपों और बचाव पक्ष की दलीलों में कितना है दम ?

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ दूसरे महाभियोग के ट्रायल की शुरुआत हो चुकी है। पूर्व राष्ट्रपति पर चुनाव के परिणाम को पलटने के लिए छह जनवरी को अमेरिकी संसद में दंगा भड़काने का आरोप लगाया गया है। उस समय सीनेट में जो बाइडन के निर्वाचन की पुष्टि की जा रही थी। इसमें पांच लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हो गए थे। बिल्डिंग के हॉल व चैंबर को लोगों ने अपने कब्जे में ले लिया था। सीनेटर और कर्मचारी दहशत में आ गए थे। आइए जानते हैं कि ट्रंप पर लगाए गए आरोपों और बचाव पक्ष की दलीलों में कितना दम है। विशेषज्ञ क्या कहते हैं और इस महाभियोग का परिणाम क्या हो सकता है..

महाभियोग को बताया असंवैधानिक

ट्रंप का प्रतिनिधित्व अधिवक्ता ब्रुस एल कैस्टर जूनियर व डेविड स्कोन कर रहे हैं जो गत सोमवार को 78 पृष्ठों में अपने पक्ष का सार रख चुके हैं। इसमें उन्होंने कहा है कि महाभियोग ट्रंप की अभिव्यक्ति की आजादी और तय प्रक्रिया का उल्लंघन है। चूंकि ट्रंप राष्ट्रपति का पद छोड़ चुके हैं, इसलिए यह संवैधानिक रूप से भी दोषपूर्ण है। 13 जनवरी को प्रतिनिधि सभा ने 197 के मुकाबले 232 मतों से ट्रंप के खिलाफ अमेरिकी सरकार के विरुद्ध ¨हसा भड़काने के आरोप में महाभियोग के एक अनुच्छेद को मंजूरी दे दी थी। इसके तहत ट्रंप भविष्य में सार्वजनिक पद के लिए अयोग्य भी घोषित किए जा सकते हैं।

ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के पक्ष में 10 रिपब्लिकन ने भी मतदान किया था। 25 जनवरी को प्रतिनिधि सभा ने कार्यवाही शुरू करने के लिए मामले को सीनेट को अग्रसारित कर दिया था। हालांकि, डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों ही इस बात पर सहमत थे कि कानूनी तैयारियों के लिए थोड़ा वक्त दिया जाए।

क्या दोषी साबित किए जा सकेंगे पूर्व राष्ट्रपति?

किसी को भी उम्मीद नहीं है कि ट्रंप के खिलाफ दोष साबित हो पाएगा। सीनेट में दोष साबित करने के लिए दो तिहाई मतों की जरूरत होगी। यानी, ट्रंप के खिलाफ कम से कम 67 सीनेटर को मतदान करना होगा। 100 सदस्यीय सीनेट में फिलहाल डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों के 50-50 सदस्य हैं। ऐसे में अगर सभी 50 डेमोक्रेट ट्रंप के खिलाफ मतदान कर भी देते हैं, तब भी उन्हें 17 रिपब्लिकन मतों की जरूरत होगी जो फिलहाल असंभव लग रहा है। 26 जनवरी को जब टेस्ट वोट हुआ था तब सीनेट में महाभियोग की कार्रवाई को असंवैधानिक ठहराए जाने की मांग उठी थी। हालांकि, यह मांग 45 के मुकाबले 55 वोटों से गिर गई थी। साफ है कि तब भी सिर्फ पांच रिपब्लिकन ने ट्रंप के खिलाफ मतदान किया था।

क्या बचाव में उपस्थित हो सकते हैं ट्रंप?

इसकी संभावना अत्यंत कम है। महाभियोग प्रबंधक ने ट्रंप के वकीलों के जरिये आग्रह किया था कि वह ट्रायल के दौरान उपस्थित होकर गवाही दे दें। हालांकि, ट्रंप ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। वह लिखित बयान दे सकते हैं, लेकिन इसके लिए भी उनके वकीलों ने साफ मना कर दिया है।