ना खाएं मैदा से बनी चीजें, डायबिटीज पेशेंट के लिए खतरनाक और हड्डियों को कर रही कमजोर
जानें मैदा का सेवन किस तरह से सेहत के लिए हानिकारक है। साथ ही ये भी जानें कि इसका सेवन करने से आप किन बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।
समोसा, सफेद ब्रेड, मोमोज, भटूरे, मैगी और भी बहुत सारी चीजें मैदा से बनती हैं। इन चीजों का नाम पढ़ते ही कई लोगों के मुंह में पानी आ गया होगा। बस दिल कर रहा होगा कि आंखों के सामने ये सब चीजें प्लेट में लगकर आ जाएं और आप फटाफट पूरी प्लेट साफ कर जाएं। लेकिन क्या आप जानते हैं मैदा से बनने वाली हर चीज सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है। फिर चाहे वो चीज कम तेल में बनी हो या फिर डीप फ्राई हुई हो। मैदा से बनने वाली सारी चीजें स्वाद में जितनी लजीज होती हैं उतनी ही ज्यादा आपको बीमारियों की चपेट में ला सकती हैं। जानें मैदा का सेवन किस तरह से सेहत के लिए हानिकारक है। साथ ही ये भी जानें कि इसका सेवन करने से आप किन बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।
जानें कैसे तैयार होती है मैदा
बहुत ही कम लोग इस बात को जानते होंगे कि मैदा भी गेहूं से तैयार होती है। लेकिन अंतर इतना है कि मैदा को बनाने के लिए गेहूं के ऊपर के छिलके को निकाल दिया जाता है। जिससे कि इसमें मौजूद पोषक तत्व और डाइटरी फाइबर बच नहीं पाता और ये सेहत के लिए नुकसानदायक होता है।
जानें सेहत के लिए क्यों हानिकारक है मैदा का सेवन करना
डाइटरी फाइबर ना होने की वजह से मैदा बहुत ज्यादा चिकनी और महीन हो जाती है। इसकी वजह से ये आतों में चिपकने लगती है। जिसके कारण कब्ज और इनडाइजेशन की दिक्कत हो सकती है।
जानें मैदा से बनी चीजों का सेवन करने से आप किन बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं
बढ़ सकता है ब्लड शुगर लेवल
अगर आप डायबिटीज के पेशेंट हैं तो मैदा से बनी चीजों का सेवन करने से परहेज करें। ऐसा इसलिए क्योंकि मैदा खाने से ब्लड शुगर लेवल शरीर में तेजी से बढ़ता है। साथ ही खून में ग्लूकोज जमने लगता है। ये शरीर में कैमिकल रिएक्शन पैदा कर सकता है। इसके कारण कैटरैक्ट, गठिया और दिल से संबंधित बीमारी हो सकती है।
हड्डियां हो सकती हैं कमजोर
गेहूं से जब मैदा को बनाया जाता है तो इससे सारा प्रोटीन नष्ट होता जाता है। इसके कारण ये एसिडिक हो जाता है। जो हड्डियों से कैल्शियम को खींचकर हड्डियों को कमजोर कर सकता है।
शरीर में बढ़ाता है कोलेस्ट्रॉल लेवल
मैदा से बनी चीजों का अधिक सेवन करने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल और खून में ट्राइग्लीसराइड का स्तर बढ़ने लगता है। ऐसे में अगर आप वजन को कम करना चाहते हैं और बैड कोलेस्ट्रॉल को नहीं बढ़ाना चाहते तो मैदा का सेवन करने से बचें।