बायो-बबल तोड़कर बाहर निकल सकता है ये इंग्लैंड का खिलाड़ी
आर्चर साल की शुरुआत भारत के खिलाफ सीरीज में बायो-बबल के साथ कर रहे हैं लेकिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज बाहर निकलने में जरा भी नहीं कतराएंगे अगर उन्हें लगेगा कि यह ज्यादा असर डाल रहा है।
भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज की शुरुआत 5 फरवरी से हो रही है। श्रीलंका के दौरे से ब्रेक लेने के बाद अब तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर की इंग्लैंड की टीम में वापसी हुई है। आर्चर साल की शुरुआत भारत के खिलाफ सीरीज में बायो-बबल के साथ कर रहे हैं, लेकिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज बाहर निकलने में जरा भी नहीं कतराएंगे, अगर उन्हें लगेगा कि यह ज्यादा असर डाल रहा है।
आर्चर ने कहा कि यह बहुत लंबा साल होने जा रहा है। हमारी कई आगामी सीरीज हैं और अगर मुझे सभी में खेलना है तो फिर कार्य प्रबंधन जरूरी हो जाता है। तो क्या वह लंबे समय तक बायो-बबल में रहने के लिए मानसिक तौर पर तैयार हैं। इस पर उन्होंने कहा कि मेरे पास कोई विकल्प नहीं है। मैं इससे अपना समय आगे बढ़ा सकता हूं। ऐसे में अभी मैं सिर्फ अपनी नौकरी पर फोकस कर रहा हूं। अगर मुझे लगा कि यह ज्यादा असर डाल रहा है तो मुझे यह कहने में कोई शर्म नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि जो भी खिलाडि़यों के बायो-बबल से निकलने पर आलोचना कर रहे हैं, उन्होंने एक सप्ताह या महीना भी बायो-बबल में नहीं गुजारा है। मुझे कहना चाहिए कि एक गोल्फर चार दिन बार निकल जाता है। हम तो इसमें करीब एक वर्ष से हैं। अंत में इंसान सामाजिक लोग होते हैं और खासतौर पर मैं।
अगर आपका अच्छा मैच नहीं जाता या आप क्रिकेट से अच्छा महसूस नहीं कर रहे होते तो आपके पास कहीं भी जाने का मौका नहीं होता है। मैंने छह सप्ताह बिताए थे। बटलर इस मुकाबले के बाद चला जाएगा। कुर्रन जा चुका है। हर कोई तरोताजा होना चाहता है और फिर खेलने को तैयार है। वहीं आर्चर ने दूसरे टेस्ट में दर्शकों की उपस्थिति पर कहा कि मैं इस पर तभी विश्वास कर पाऊंगा जब मैं उन्हें मैदान के अंदर आता देखूंगा।