बासोपट्‌टी में किराना व्यवसायी के घर लूट, अपराधियों ने लूटे सात लाख नगद

मधुबनी के बासोपट्‌टी थाना क्षेत्र में घटी घटना जांच में जुटी पुलिस। लूट की घटना से व्यवसायियों में आक्रोश कर रहे अपराधियों के गिरफ्तारी की मांग। चार की संख्या में थे अपराधी हथियार के बल पर लूट को अंजाम दे हुए फरार।

बासोपट्‌टी में किराना व्यवसायी के घर लूट, अपराधियों ने लूटे सात लाख नगद

बासोपट्टी बाजार में बीती रात चार अपराधियों ने हथियार के बल पर किराना व्यवसायी संतोष प्रसाद मुरारका के घर से सात लाख नगद रुपये लूट लिए। घटना के बाद अपराधियों ने लोगों को घर में बंद कर दिया और फरार हो गए। घटना के समय गृहस्वमी अपनी दुकान पर थे। अपराधियों के निकलने के बाद स्वजनों ने फोन से व्यवसायी को सूचना दी। सूचना मिलते ही व्यवसायी भागे-भागे घर पहुंचे और पुलिस को सूचित किया। बासोपट्टी थानाध्यक्ष इंदल यादव ने घटना की जांच शुरू कर दी है। 

हथियार के बल पर की लूट 

बुधवार की देर शाम शास्त्री चौक के पास किराना व्यवसायी संतोष मुरारका के घर पर अपराधियों ने धावा बोला। वे चार की संख्या में थे। घर में घुसते ही हथियारों से लैस अपराधियों ने घर में मौजूद नेहा मुरारका, किरण देवी मुरारका और बच्चे हर्षित कुमार को पिस्तौल सटाकर जान से मारने की धमकी देते हुए आलमारी की चाभी ले ली। आलमारी से सात लाख रुपये व एक मोबाइल लेकर घर के मुख्य दरवाजे को बाहर से बंद कर भाग निकले। 

सूचना मिलते ही हरकत में आई पुलिस

इधर, घटना की सूचना पर जयनगर डीएसपी शौर्य सुमन ने घटनास्थल पर पहुंच कर जांच की। थानाध्यक्ष इंदल यादव को कई निर्देश दिए। हालांकि, अभी तक किसी अपराधी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है।  

घटना के बाद किराना व्यवसायी के घर पहुंचे स्थानीय विधायक अरुण शंकर प्रसाद

व्यवसायियों में आक्रोश 

व्यवसायी रितेश मुरारका, शंकर महतो, विजय कुमार समेत अन्य ने बताया कि बासोपट्टी बाजार में लगातार यह दूसरी घटना घटी है। पुलिस अपराधियों पर लगाम कसने में नाकाम साबित हो रही है। स्थानीय विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने भी प्रशासन के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि घटना में संलिप्त अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी होनी चाहिए। बता दें कि 19 दिसंबर की शाम स्वर्ण व्यवसायी के 28 वर्षीय पुत्र मुकेश कुमार साह के साथ भी हथियार के बल पर लाखों की लूट की गई थी। उस घटना भी अब तक पर्दाफाश नहीं हो सका है। लगातार लूट की घटना से स्थानीय व्यवसायियों में आक्रोश है।