बिहार के 17 जिलों में आज हो सकती है तेज बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट

राजधानी पटना सहित बिहार के 17 जिलों में गुरुवार को एक-दो जगहों पर तेज बारिश हो सकती है, जबकि बाकी जगहों हल्की से मध्यम बारिश होगी। मौसम विभाग ने इसको लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार राज्य के उत्तर-पश्चिम, उत्तर-पूर्वी और दक्षिण-मध्य बिहार में अगले 24 घंटों में आंधी-पानी के आसार हैं।

बिहार के 17 जिलों में आज हो सकती है तेज बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट

वहीं, पिछले 24 घंटों में राज्य के कई हिस्सों में आंधी-पानी की स्थिति देखी गई। पटना में मंगलवार की दोपहर में एक मिनट तक 80 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली आंधी के बाद यह अनुमान है कि तापमान बढ़ने की स्थिति में राज्य में अन्य जगहों पर इस तरह की हवा और बारिश की स्थिति बन सकती है।

पिछले 24 घंटों में रजौली और जोकीहाट में 60 मिमी, सिसवन, कोइलवर, बिहपुर, दिनारा औेर रूपौली में 40 मिमी, जबकि समस्तीपुर, अरवल और साहेबगंज में 30 मिमी बारिश दर्ज की गई। अभी एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन दक्षिण छत्तीसगढ़ व उसके आसपास बना हुआ है। इसके अलावा झारखंड व बिहार के ऊपर से ट्रफ लाइन गुजर रही है।

उधर, भागलपुर और पूर्णिया का अधिकतम तापमान एक डिग्री ऊपर चढ़ा है। पटना और गया के तापमान में दो डिग्री की कमी आई है। पटना का अधिकतम तापमान बुधवार को 34.2 डिग्री सेल्सियस, जबकि गया का 34.3 डिग्री सेल्सियस रहा। भागलपुर का अधिकतम तापमान 36.1 जबकि पूर्णिया का 34.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

केरल तट पर अगले 24 घंटों में मानसून की दस्तक
केरल तट पर मानसून अगले 24 घंटों में दस्तक दे सकता है। हवा और बारिश की स्थिति के आधार पर मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से यह अनुमान किया जा रहा है। अंडमान के बाद केरल तट पर आने में हुई देरी से कुछ लोग मानसून के बिहार में देर से पहुंचने के आसार जता रहे हैं, लेकिन पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 13 तक सूबे में मानसून के आगमन के आसार हैं। मौसमविदों का कहना है कि मानसून के बादल आम बादलों से अलग होते हैं।

इन बादलों का विस्तार दूर तक होता है। डेढ़ सौ से दो सौ किमी तक इनका विस्तार होने से एक साथ कई जगहों पर बारिश होती है। दो दिन तक दो या तीन स्टेशनों तक एक निश्चित परिमाण में बारिश होने के बाद ही मानसून के आगमन की घोषणा मौसम विभाग द्वारा की जाती है। बिहार में मानसून का प्रवेश पूर्णिया, पटना, गया और छपरा की ओर से होता है।