बिहार के एक पुलिस अधिकारी ऐसे भी, तबादले पर बैंड बाजा के साथ विदाई देने आए क्षेत्र के लोग
बक्सर जिले के चक्की ओपी के प्रभारी जुनैद आलम का हुआ है कोरानसराय थाने में तबादला। दियारा में कानून व्यवस्था स्थापित करने के लिए लोग ले रहे हैं नाम। कहा-एक साल में मजबूत किया पब्लिक से रिलेशन। कायम किया सद्भाव।
पुलिस की कार्यशैली ऐसी होती है कि आम लोग उससे दूरी बना कर रखते हैं। कुछ पुलिसकर्मी ऐसे होते हैं, जो अपने काम से लोगों के दिल में जगह बनाने में सफल रहते हैं। चक्की के ओपी प्रभारी जुनैद आलम ऐसे ही पुलिस अधिकारी हैं। जिले के दूर-दराज और कठिन भौगोलिक क्षेत्र वाले इस दियारा इलाके में कानून का राज स्थापित कर उन्होंने लोगों के दिलों में अपनी जगह बना ली।
नम आंखों से लोगों ने पुलिस अधिकारी को किया रवाना
गुरुवार को कोरानसराय थानाध्यक्ष के पद पर स्थानांतरण होने के बाद जब वे ओपी से जाने के लिए निकले तो ग्रामीणों का हुजूम उनके साथ हो लिया। बैंड बाजे के साथ नम आंखों से लोग उन्हें चक्की ओपी की सीमा तक छोड़ने के लिए आए। यह देख पुलिस अधिकारी भी भावुक हो गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि चक्की में लगभग एक साल तक उनका कार्यकाल रहा इस दौरान उन्होंने पीड़ितों की हर संभव मदद की थी जिसके चलते हैं स्थानीय लोगों से लेकर थाने के पुलिसकर्मियों में उन्हें बहुत सम्मान आदर देते थे। चक्की ओपी का प्रभार लेने के बाद उन्होंने थाना का कायाकल्प कर दिया था जो कभी ओपी खंडहर दिखता था, उसे ही नया स्वरूप दिया।
पुलिस-पब्लिक संबंध को बनाया मजबूत
मौके पर चंदा पंचायत मुखिया अजित सिंह, समाजसेवी चमचम पांडे, मोहम्मद नूर हसन, जालिम यादव, श्रीकांत तिवारी और विनोद उपाध्याय ने कहा कि जुनैद आलम ने सही मायने में पुलिस-पब्लिक मैत्री को सही ढंग से लागू किया। वहीं, सरपंच गुड्डा सिंह ने कहा कि भूमि विवाद से संबंधित मामलों के ऑन द स्पॉट निपटारे में जुनैद आलम का सहयोग अतुलनीय रहा। सामाजिक कार्यकर्ता संह जिला परिषद के पूर्व प्रत्याशी राजकुंवर सिंह ने कहा कि विधि व्यवस्था संधारण के साथ-साथ शराब के धंधे पर अंकुश लगाने कामयाब रहे। बताते चलें कि जुनैद आलम ने ही चक्की ओपी प्रभारी के रूप में सदर विधायक की गाड़ी से शराब की बोतलें जब्त की थी। यह मामला काफी चर्चित रहा था।