मैट्रिक परीक्षा में मिलेंगी रंगीन कॉपियां, ऑब्जेक्टिव सवालों के लिए OMR शीट भी
कोरोना काल में परीक्षा ले रही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक की परीक्षा में पाली के अनुसार अलग-अलग रंग की कॉपियां देने का फैसला किया है। साथ ही ऑब्जेक्टिव सवालों के लिए ओएमआर शीट भी दिया जाएगा।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination Board) आगामी 17 फरवरी से शुरू होने जा रही मैट्रिक (Matric) की परीक्षा में परीक्षार्थियों को अलग-अलग रंग की कॉपियां देगा। कॉपियों के रंग पाली के अनुसार अलग-अलग रहेंगे। बोर्ड के अनुसार प्रथम पाली की गुलाबी (Pink) कलर की कॉपी दी जाएगी। जबकि, दूसरी पाली में कॉपी का रंग मैजेंटा (गाढ़ा गुलाबी) होगा। इसके अलावा वस्तुनिष्ठ सवालों के लिए ओएमआर शीट (OMR Sheet) भी उपलब्ध कराएगा।
सब्जेक्टिव सवालों के लिए रहेगी रंगीन कॉपी
विदित हो कि बिहार बोर्ड (Bihar Board) की मैट्रिक परीक्षा में 50 फीसद वस्तुनिष्ठ (Objective) प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके लिए ओएमआर शीट दी जाएगी। शेष 50 फीसद अंकों की सब्जेक्टिव परीक्षा (Subjective Examination) के लिए रंगीन काॅपी (Colour Copy) दी जाएगी। सब्जेक्टिव प्रश्न-पत्र के दो अलग-अलग खंड रहेंगे। सब्जेक्टिव प्रश्नों के जवाब रंगीन कॉपी में देने होंगे। परीक्षार्थी को कॉपी व ओएमआर शीट एक साथ दी जाएगी। उन्हें अतिरिक्त कॉपी या ओएमआर शीट नहीं दी जाएगी।
कॉपियों में रहेंगे 20 पेज, गणित में 24 पेज
मिली जानकारी के अनुसार गणित एवं उच्च गणित के लिए ग्राफ सहित 24 पृष्ठों की कॉपी दी जाएगी। अन्य विषयों की कॉपियां 20 पन्नों की रहेंगी। तीन भागो में बंटी सब्जेक्टिव कॉपियों के कवर पृष्ठ पर केवल बाएं भाग में विषय का नाम एवं उत्तर देने का माध्यम दर्ज करेंगे। कॉपी के कवर पेज के दाहिने भाग में प्रश्न पत्र के सेट कोड को लिखेंगे तथा गोलक भरेंगे।
एक कक्ष में 25 परीक्षार्थियों की व्यवस्था
परीक्षा के दौरान प्रत्येक कक्ष में 25 परीक्षार्थियों को बैठने की व्यवस्था की जाएगी। सहायक केंद्राधीक्षक परीक्षा कक्ष में परीक्षार्थियों के ओएमआर शीट व कॉपी की जांच करेंगे ताकि परीक्षार्थी उन्हें सही तरीके से भर सकें।
परीक्षा के दौरान बाहर जाने की अनुमति नहीं
बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार मैट्रिक की परीक्षा की कमान दो अधिकारी संभालेंगे। परीक्षा भवन के बाहर की कमान दंडाधिकारी और पुलिस टीम को सौंपी जाएगी। यह टीम केंद्र पर शांति कायम रखेगी। वहीं परीक्षा केंद्र के अंदर की कमान केंद्राधीक्षक के हाथों में रहेगी। वे कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजित करने के लिए समुचित व्यवस्था करेंगे। परीक्षा के दौरान किसी भी परीक्षार्थी को कक्ष से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।