लखनऊ में परिषदीय स्कूलों में 66 हजार बच्चे आधार से दूर, पूरा नहीं हो पाया सत्यापन
लखनऊ में बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत संचालित जिले के प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में पढ़ने वाले 66 हजार बच्चे अभी तक आधारहीन हैं। इन बच्चों के प्रवेश तो ले लिए गए लेकिन आधार अब तक नहीं बना।
बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत संचालित जिले के प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में पढ़ने वाले 66 हजार बच्चे अभी तक आधारहीन हैं। इन बच्चों के प्रवेश तो ले लिए गए, लेकिन आधार अब तक नहीं बना। बीते दिनों राज्य परियोजना निदेशालय की ओर से कराए गए आधार सत्यापन में यह आंकड़े सामने आए हैं। जिले के 1666 स्कूलों में 2,02,421 बच्चे पंजीकृत हैं।
जिले में 1625 परिषदीय विद्यालय एवं 41 एडेड जूनियर हाईस्कूल संचालित हैं। इनमें 2,02,421 बच्चे पंजीकृत हैं। कुछ समय पहले विभाग ने तय किया कि इन विद्यालय में जो बच्चे पंजीकृत हैं, उनका आधार सत्यापन कराया जाए, जिससे सही संख्या पता चल सके। इसके लिए राज्य परियोजना निदेशालय ने श्री ट्रान इंडिया लिमिटेड को सत्यापन की जिम्मेदारी सौंपी।
दिसंबर तक जुटाया ब्योरा
बीएसए कार्यालय के मुताबिक दिसंबर तक सभी बच्चों का ब्योरा जुटाया गया। जिसमें प्रति विद्यालय बच्चों की संख्या, कितनों के आधार है ? उसकी कापी मांगी गई। फिर एक जनवरी से सत्यापन शुरू किया गया। पांच फरवरी तक ब्लाक संसाधन केंद्रों पर सत्यापन के बाद जो आंकड़े आए, वो चौंकाने वाले हैं। जिले में 66,909 बच्चों का अभी तक आधार ही नहीं बना है। जबकि 10,249 बच्चों का आधार सत्यापित नहीं हो पाया। सिर्फ 1,21,824 बच्चों के आधार सही पाए गए।
बीएसए लखनऊ दिनेश कुमार ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों के बच्चों के आधार सत्यापन का कार्य पूरा हो चुका है। इनमें 1,21,824 बच्चों के आधार बने हैं। 66,909 के आधार नहीं हैं। उनके आधार बनाने की प्रक्रिया जल्द शुरू कराई जाएगी।