इंतजार खत्म: निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी व पहली कक्षा में दाखिले के लिए ईडब्ल्यूएस का पहला ड्रॉ आज
एक लाख वार्षिक आय से कम आय वाले ईडब्ल्यूएस के अभिभावकों के बच्चों, डीजी श्रेणी के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग (नॉन क्रीमी लेयर), अनाथ, ट्रांसजेंडर व एचआईवी प्रभावित बच्चों को 22 फीसदी सीटों पर दाखिले अवसर मिलता है।
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निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी, व पहली कक्षा में आर्थिक पिछड़े वर्ग व वंचित वर्ग की 25 फीसदी सीटों पर दाखिले का इंतजार खत्म होने जा रहा है। दाखिले के लिए पहला कंप्यूटराइज्ड ड्रॉ मंगलवार दोपहर तीन बजे निकाला जाएगा। इस ड्रॉ में चयनित होने वाले बच्चों को स्कूलों का आवंटन किया जाएगा। जिसके बाद दाखिला प्रक्रिया शुरु होगी। हालांकि अभी दाखिला प्रक्रिया की तिथियों को जारी नहीं किया गया है।
शिक्षा निदेशालय ने लगभग 1700 निजी स्कूलों में इस वर्ग के दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया की शुरूआत 7 अप्रैल से शुरू की थी। ऑनलाइन आवेदन करने के लिए पहले 20 दिन का समय दिया गया था। आवेदन प्रक्रिया 26 अप्रैल को समाप्त होनी थी। पहला कंप्यूटराइज्ड ड्रॉ 30 अप्रैल को निकाला जाना था। लेकिन कोरोना महामारी की दूसरी लहर में लगातार संक्रमण के मामलों को देखते हुए आवेदन करने की तिथि को 15 मई तक बढ़ाया गया था। इसके बाद से निजी स्कूलों में दाखिले की चाह रखने वाले अभिभावक ड्रॉ होने का इंतजार कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि एक लाख वार्षिक आय से कम आय वाले ईडब्ल्यूएस के अभिभावकों के बच्चों, डीजी श्रेणी के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग (नॉन क्रीमी लेयर), अनाथ, ट्रांसजेंडर व एचआईवी प्रभावित बच्चों को 22 फीसदी सीटों पर दाखिले अवसर मिलता है। वहीं तीन फीसदी सीटों पर दिव्यांग श्रेणी के बच्चों का दाखिला होगा।