काशी विश्वनाथ धाम: देश भर में अद्भुत होगी भव्यता, सबसे ऊंची इमारत होगी सुरक्षा वॉच टावर
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास को सुन्नी वक्फ बोर्ड की मिली जमीन पर बने पुलिस कंट्रोल रूम के ध्वस्तीकरण का काम तेजी से चल रहा है। इसके बाद इस जमीन पर सबसे बड़ा सुरक्षा वाच टॉवर का निर्माण किया जाएगा।
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श्री काशी विश्वनाथ धाम की भव्यता देश भर में अद्भुत होगी। सुरक्षा व्यवस्था भी हाईटेक की जाएगी। काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास को जमीन हस्तांतरण के बाद सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की कवायद तेज हो गई है। धाम में सुरक्षा वाच टॉवर की बाधा जमीन हस्तांतरण के साथ ही दूर हो गई है।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास को सुन्नी वक्फ बोर्ड की मिली जमीन पर बने पुलिस कंट्रोल रूम के ध्वस्तीकरण का काम तेजी से चल रहा है। इसके बाद इस जमीन पर सबसे बड़ा सुरक्षा वाच टॉवर का निर्माण किया जाएगा। 17 सौ वर्ग फीट में बनने वाला वाच टॉवर इस परिसर की सबसे ऊंची इमारत होगी।
काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए 5.43 करोड़ रुपए से उपकरण खरीदे जाएंगे। इनमें 31 डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर, 47 हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर, 11 एक्स-रे बैगेज स्कैनर और 19 महिला तलाशी बूथ शामिल हैं। काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद की पांचवीं बैठक में सुरक्षा उपकरण के लिए धन आवंटन का प्रस्ताव तैयार किया गया था।
अति संवेदनशील क्षेत्र में शामिल है काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी परिसर
काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी परिसर सुरक्षा के दृष्टिकोण से अति संवेदनशील क्षेत्र घोषित है। 1992 के बाद इस परिसर की सुरक्षा के संबंध में स्थायी समिति गठित की गई थी। परिसर में वृद्धि के साथ ही सुरक्षा योजनाओं को संशोधित किया गया। परिसर में बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वॉड और अग्निशमन केंद्र के साथ ही हाइड्रोलिक गेट भी हैं।
काशी विश्वनाथ धाम प्रोजेक्ट में सुरक्षा उपकरण का बजट शामिल नहीं था। काशी विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र में त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा है। मंदिर का गर्भगृह सीआरपीएफ की निगरानी में रहता है। मंदिर के समीप स्थित ज्ञानवापी मस्जिद की निगरानी भी सीआरपीएफ ही करती है। मंदिर और मस्जिद का बाह्य सुरक्षा घेरा पुलिस और पीएसी के जवानों का है। मंदिर और मस्जिद के चप्पे-चप्पे की निगरानी के लिए 50 से ज्यादा हाई रिजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जाता है।
प्रवेश द्वार पर लगाए जाएंगे एक्स-रे बैगेज स्कैनर
मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि डीएफएमडी और महिला तलाशी बूथ धाम के सभी प्रवेश द्वार पर लगाए जाएंगे। एक्स-रे बैगेज स्कैनर तीर्थ सुविधा केंद्र के प्रवेश द्वार पर लगाए जाएंगे। उपकरणों की संख्या कितनी और कैसा होगा, इस संबंध में हाई पॉवर सुरक्षा समिति से चर्चा के बाद निर्णय लिया गया।