नोएडा: रेमडेसिविर के लिए महिलाओं ने छुए सीएमओ के पैर, अधिकारी बोले- दोबारा आईं तो भेज दूंगा जेल
नोएडा सेक्टर-39 स्थित सीएमओ कार्यालय में मंगलवार दोपहर तीन महिलाएं अस्पताल में भर्ती अपने मरीजों को रेमडेसिविर लगवाने के लिए भटक रही थीं। इस दौरान कार्यालय पहुंचे सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी के आगे तीनों महिलाएं पैर छूकर मरीजों को रेमडेसिविर लगवाने की गुहार लगाने लगीं, लेकिन सीएमओ उनकी रिपोर्ट लेकर आश्वासन देते हुए आगे बढ़ गए।
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प्रदेश सरकार ने रेमडेसिविर जैसी दवाओं को बिलकुल कमी नहीं होने का जनता को आश्वासन दिया है, लेकिन हालात कुछ और हैं। नोएडा सेक्टर-39 स्थित सीएमओ कार्यालय में मंगलवार दोपहर तीन महिलाएं अस्पताल में भर्ती अपने मरीजों को रेमडेसिविर लगवाने के लिए भटक रही थीं।
इस दौरान कार्यालय पहुंचे सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी के आगे तीनों महिलाएं पैर छूकर मरीजों को रेमडेसिविर लगवाने की गुहार लगाने लगीं, लेकिन सीएमओ उनकी रिपोर्ट लेकर आश्वासन देते हुए आगे बढ़ गए।
किसी ने इसका वीडियो बनाकर ट्विटर और फेसबुक पर वायरल कर दिया। जल्द ही ट्वीट व वीडियो ट्रोल होने लगा। लोगों ने जमकर भड़ास निकाली। ट्विटर पर अर्जुन गुप्ता ने लिखा कि मानवता त्याग कर झूठ बोलने में अव्वल सीएमओ महोदय कहते हैं कि किसी चीज की कमी नहीं। जब तक इनके पैर नहीं पड़ेंगे तब तक यह जान नहीं बचाएंगे।
धिक्कार है ऐसी व्यवस्था पर। वहीं, अनुभव श्रीवास्तव ने ट्विटर पर लिखा कि अधिकारी भगवान बने हुए हैं। शिव त्यागी लिखते हैं कि जनता लाचार है मदद की गुहार लगाने के अलावा कुछ नहीं बचा है। इधर, इस मामले में सीएमओ से बात करने के लिए प्रयास किया तो उन्होंने कॉल नहीं उठाई और फोन काट दिया।
दोबारा आएंगे तो जेल में डलवाने का आरोप
कोविड-19 मरीज की एक महिला तीमारदार ने गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) पर रेमडेसिविर इंजक्शन मांगने के लिए फिर से उनके कार्यालय आने पर जेल भिजवाने की धमकी देने का मंगलवार को आरोप लगाया।
यह कथित घटना तब हुई जब महिला रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए सात-आठ अन्य लोगों के साथ दिन में सीएमओ के दफ्तर गई थी। ये लोग भी रेमडेसिविर को ढूंढ रहे थे और वहीं पर उनके साथ कथित घटना हुई।
सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि तीनों महिलाएं सीएमओ दीपक ओहरी के सामने हाथ जोड़कर मिन्नतें कर रही हैं और इंजेक्शन के लिए उनके पैर तक पकड़ रही हैं।
महिला ने कहा हम यहां (रेमडेसिविर) इंजेक्शन के लिए आए थे और उन्होंने कहा कि यह उपलब्ध होने पर दिया जाएगा। जब मैंने कहा मैं फिर आऊंगी तो मुझसे कहा गया कि अगर मैं फिर से आई तो मुझे जेल भेज दिया जाएगा। इस मामले में सीएमओ या जिला प्रशासन की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आयी है।