मंगरदाहा नदी पर पुल के काम से भड़के उग्रवादी, 48 घंटे में दूसरी बार हमला बोल काम रुकवाया
झारखंड की मंगरदाहा नदी पर पुल बनने से उग्रवादी भड़क गए हैं। उन्होंने 48 घंटे में दूसरी बार हमला बोलकर पुल निर्माण का काम रुकवा दिया। सोमवार को उन्होंने पुल निर्माण में लगी कई गाड़ियों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया। उग्रवादियों ने पुल निर्माण में लगे मजदूरों को धमकी दी कि काम फिर शुरू किया तो जान से हाथ धोना पड़ेगा।
घटनास्थल लावालौंग प्रखंड मुख्यालय से एक किलोमीटर दूर है। मंगरदाहा नदी पर पुल निर्माण स्थल को निशाना बनाने की 48 घंटे में यह दूसरी वारदात है। इससे पहले रामगढ़ जिले के पतरातू थाना क्षेत्र में मंगरदाहा नदी पुल निर्माण के कैंप पर शनिवार की रात उग्रवादियों ने धावा बोला था। उग्रवादियों ने हवाई फायरिंग कर मजदूरों को पीटा और जेसीबी तथा ट्रैक्टर जला दिया था।
पुल के संवेदक चंदन कुमार सिंह ने सोमवार को बताया कि आगजनी में मिक्सर मशीन के जनरेट, ट्रैक्टर और पानी टैंकर को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि आग लगने से वाहनों के टायर जल गए हैं। घटना स्थल पर पीएलएफआई उग्रवादी संगठन के नाम का एक पर्चा मिला है। पर्चे में पुल-पुलिया निर्माण कार्य में संगठन को लेवी नहीं पहुंचाने पर फौजी कार्रवाई करने की बात लिखी गई है। उग्रवादियों ने धमकी दी है कि बिना उनके आदेश के काम करने पर जान-माल की क्षति हो सकती है जिसके लिए मुंशी और ठेकेदार जिम्मेवार होंगे।
पुल बनने से लातेहार से जुड़ जाएगा लावालौंग
मंगरदाहा नदी पर पुल का निर्माण होने से लावालौंग प्रखंड का संपर्क लातेहार जिले से हो जाएगा। बरसात में लातेहार जिले के हेरनहोप्पा, दकादेरी आदि दर्जनों गांवों का संपर्क लावालौंग प्रखंड मुख्यालय से टूट जाता है। इन गांवों के लोग अपनी रोजमर्रा की आवश्यकताओं के लिए लावालौंग पर ही निर्भर रहते हैं।