15 अगस्त: पहली बार इन पांच स्टेशनों पर दिखेगा बिहार के हस्तशिल्प का जलवा, जानें क्या होगा खास
बिहार के पांच प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर पहली बार बिहार के हस्तशिल्प का जलवा दिखेगा। मधुबनी से लेकर बिहार के सभी पारंपरिक व प्रचलित क्राफ्ट के अलावा हस्तकरघा और खादी के उत्पाद भी अपना आकर्षण बिखेरेंगे। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत देशभर के 75 रेलवे स्टेशनों पर ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत बिहार के नामचीन क्राफ्ट की प्रदर्शनी सह बिक्री अगले एक सप्ताह तक बिहार के जिन पांच रेलवे स्टेशनों पर होने जा रही है उनमें पटना जंक्शन, दरभंगा, गया स्टेशन, भागलपुर पर मुजफ्फरपुर जंक्शन शामिल हैं।
बिहार की नामचीन कलाकृतियों, हस्तशिल्प व खादी के लोकप्रिय उत्पादों की धमक बिहार समेत देश के लोगों तक पहुंचाने को लेकर इस अवसर को बिहार के कारीगर और बुनकर प्रचार-प्रसार तथा आमदनी के मद्देनजर विशेष मान रहे हैं। एसबीआई के सहयोग से इन सभी पांच स्टेशनों पर बिहार सरकार के उद्योग विभाग ने स्टॉल बनाने का जिम्मा उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान को दिया था। शुक्रवार की शाम तक स्टॉल तैयार हो गये थे।
शनिवार की शाम में बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाल हुसैन वर्चुअल माध्यमों से पांचों रेलवे स्टेशनों पर आहूत प्रदर्शनी सह बिक्री का उद्घाटन करेंगे। उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा ने बताया कि स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के मौके पर बिहार के हस्तशिल्प, हस्तकरघा और खादी के उत्पादों की बिक्री सह प्रदर्शनी को लेकर ये स्टॉल 14 अगस्त की शाम से 22 अगस्त तक सभी पांच स्टेशनों पर संचालित होंगे।
मिली जानकारी के मुताबिक पटना तथा दरभंगा जंक्शन के स्टालों पर उपेन्द्र महारथी संस्थान, पटना तथा खादी ग्रामोद्योग आयोग, पटना से संबंधित खादी संस्थाओं की बिक्री सह प्रदर्शनी होगी। वहीं भागलपुर, गया व मुजफ्फरपुर जंक्शन पर बिहार खादी बोर्ड के उत्पाद उपलब्ध रहेंगे।